अल जवाहिरी की मौत पर अपनी ही सेना से सवाल! इमरान खान की पार्टी क्यों भड़क गई है?

इस्लामाबाद

अल कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी की मौत को लेकर पाकिस्तान में घमासान मचा हुआ है। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ ने घटना को लेकर शहबाज शरीफ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पीटीआई का आरोप है कि इस हमले के लिए अमेरिकी ड्रोन ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल किया। हालांकि, पाकिस्तान सरकार और सेना ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। पाकिस्तानी सेना ने कहा कि इस तरह के उद्देश्य के लिए पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल करने का कोई सवाल ही नहीं उठता। अमेरिका ने रविवार की सुबह अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक ड्रोन हमला कर अल जवाहिरी को मार गिराया था। यह हमला इतना सटीक था कि घर की बालकनी में मौजूद सिर्फ जवाहिरी ही मारा गया, बाकी सदस्य पूरी तरह सुरक्षित रहे। जवाहिरी के सिर पर 11 सितंबर, 2001 के हमलों को अंजाम देने के लिए 25 मिलियन डॉलर का इनाम था।

फवाद चौधरी ने पाकिस्तानी सेना के बयान पर उठाए सवाल
पाकिस्तानी सेना के इसी बयान पर पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने कहा कि सवाल पाकिस्तान की मिट्टी के इस्तेमाल के बारे में नहीं था, बल्कि इसके हवाई क्षेत्र के बारे में था। उन्होंने कहा कि हम सभी संबंधित मंत्रालयों से औपचारिक बयान की मांग करते हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करने दिया गया। चौधरी ने आगे कहा कि पाकिस्तान की जमीन का इस्तेमाल नहीं किए जाने पर दोहराए गए बयान स्पष्ट नहीं हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि संबंधित मंत्रालयों को इस मामले पर औपचारिक बयान जारी करना होगा।

अमेरिकी ड्रोन हमले को लेकर पाक सरकार पर साधा निशाना
फवाद चौधरी ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में सवाल पूछा था कि क्या अमेरिका ने हाल ही में जवाहिरी को मारने वाले ड्रोन हमले के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल किया था। उन्होंने कहा था कि देश जानना चाहता है कि क्या हम फिर से अल कायदा के खिलाफ अमेरिका का हथियार बनने जा रहे हैं। वहीं, उनके इस सवाल पर जियो न्यूज के कार्यक्रम में पाकिस्तानी सेना के डीजी आईएसपीआर बाबर इफ्तिखार ने कहा कि विदेश कार्यालय ने इसे विस्तार से स्पष्ट किया है। ये सभी अफवाहें हैं, क्योंकि सोशल मीडिया पर कोई भी कुछ भी लिख सकता है। हमें इससे बचना चाहिए। हमारा दुश्मन खासतौर पर ऐसी सूचनाएं फैलाा है और लोग उसका शिकार होते हैं।

इमरान खान ने भी अमेरिका को लेकर सरकार को घेरा
इमरान खान ने भी अमेरिका को पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल की मंजूरी दिए जाने पर सवाल उठाया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिका को हवाई क्षेत्र प्रदान करना अफगानिस्तान के साथ संबंधों को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा था कि अगर हम जगह देते हैं और अगर अमेरिका अफगानिस्तान में ड्रोन हमला करता है, तो यह हमारे कबायली क्षेत्रों को प्रभावित करेगा। क्या हम इन संकटों के बीच किसी और के युद्ध का हिस्सा बनना चाहते हैं?

About bheldn

Check Also

सीरिया में सरकार गिरी, टीवी से बशर अल असद का शासन खत्म होने का ऐलान, राष्ट्रपति ने देश छोड़ा

दमिश्क: सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के घुसने और राष्ट्रपति बशर अल असद के …