नई दिल्ली
एक लड़की को अगवा कर रेप के आरोपी को पुलिस ने 28 साल बाद अरेस्ट किया है। जीटीबी एनक्लेव थाने में 1994 में दर्ज किडनैपिंग और रेप के मामले में आरोपी प्रेम उर्फ प्रकाश चंद (51) वॉन्टेड चल रहा था। वह नाम बदलकर उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में ऑटो चला रहा था। यहां आरोपी ने शादी कर ली थी और बच्चे भी हो गए थे। शाहदरा जिला पुलिस ने इसे 28 साल बाद काशीपुर स्थित इसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। इस केस के तीन आरोपियों को तभी पकड़े जा चुके थे।
तीन आरोपी पहले ही हुए अरेस्ट
डीसीपी (शाहदरा) आर. सत्यसुंदरम ने बताया कि शाहदरा के जगजीवन नगर निवासी कमला देवी ने 24 जनवरी 1994 को अपनी बेटी के अगवा होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने बताया कि मानसरोवर पार्क स्थित स्कूल जाते समय कबीर नगर के नरेश, लोनी के जयपाल, जय सिंह और शाहदरा के प्रेम वारदात को अंजाम दिया है। जीटीबी एनक्लेव थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने रेप समेत कई धाराएं जोड़ नरेश, जयपाल और जय सिंह को गिरफ्तार किया था।
6 अप्रैल 1994 को भगोड़ा घोषित कर दिया
आरोपी प्रेम पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका, जिसे अदालत ने 6 अप्रैल 1994 को भगोड़ा घोषित कर दिया। शाहदरा जिले की भगोड़ों को पकड़ने के लिए बनी टीम में शामिल एएसआई राजेश्वर और हवलदार रिंकू ने आरोपी को उसके गांव से पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपना नाम प्रकाश चंद रख लिया था। अपना गांव छोड़ शहर से दूर खेतों के बीच के एक गांव में रहने लगा था। ऑटो चलाकर गुजारा कर रहा था।
जॉब का झांसा देकर घर लाया, चाकू की नोक पर कुकर्म
यूपी के रामपुर से अपने सपनों को उड़ान देने एक लड़का तड़के पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उतरा। एक 60 साल के बुजुर्ग ने जॉब देने का झांसा दिया। अपने घर लाया और चाकू की नोक पर अननेचरल सेक्स को अंजाम दिया। आरोपी ने फोन और कैश छीन लिया। रात भर बंधक बना कर रखा। अगले दिन पीड़ित लड़का जैसे-तैसे भागने में सफल हुआ। सेंट्रल दिल्ली के चांदनी महल थाने पहुंच आपबीती बताई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मटिया महल निवासी रहीस खान (60) को गिरफ्तार कर लिया। अदालत में पेश किया, जहां से इसे जेल भेज दिया गया है।