बिहार का वो RCP टैक्स, जिसे लेकर नीतीश पर निशाना साधते थे तेजस्वी, मगर अब खामोश क्यों?

पटना

‘अधिकारी कितना भी गलती करता रह जाए, कितने भी गंभीर मामलों से जुड़ा हो लेकिन कोई उसका बाल बांका नहीं कर सकता क्योंकि उसने RCP टैक्स देने का काम किया है।’ 2018 में तेजस्वी यादव ने एक टीवी इंटरव्यू में आरसीपी सिंह की हैसियत को कुछ इस तरह बयां किया था। मतलब बिहार में अगर कुछ ‘बड़ा’ करना है तो बिना आरसीपी सिंह का पत्ता भी नहीं खड़क सकता। सरकार से लेकर पार्टी तक में रामचंद्र प्रसाद सिंह (आरसीपी सिंह) का सिक्का चलता था। अफसर से लेकर उद्योगपति तक आरसीपी सिंह को नजरअंदाज नहीं कर सकते थे।

तेजस्वी का वो RCP टैक्स
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तो विधानसभा में आरसीपी टैक्स का नाम लेकर नीतीश सरकार को घेर चुके हैं। उन्होंने एकबार सदन में कहा था कि बिहार में आरसीपी टैक्स लिया जाता है। भारत की कर प्रणाली में इस तरह के किसी टैक्स का कोई प्रावधान नहीं है लेकिन ये विशेष किस्म का टैक्स सिर्फ बिहार में लिया जाता है। नीतीश सरकार के कामकाज पर हमला करने के लिए अक्सर तेजस्वी आरसीपी टैक्स का नाम लेते हैं। एक बार उन्होंने कहा था कि बिहार में बस आरसीपी टैक्स सही से लिया जाता है। हालांकि उनकी बातों पर हमेशा जेडीयू आपत्ति जताती थी।

RCP टैक्स = रिश्वतखोरी!
तेजस्वी यादव अक्सर कहा करते थे कि अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में आरसीपी टैक्स देना होता है। अधिकारी कितना भी गलती करता रह जाए, कितने भी गंभीर मामलों से जुड़ा हो लेकिन कोई उसका बाल बांका नहीं कर सकता क्योंकि उसने RCP टैक्स देने का काम किया है। इससे पहले भी तेजस्वी यादव ने RCP टैक्स को लेकर अलग-अलग मंचों से इस तरह का बयान दिया था। नीतीश कुमार पर अटैक करने के लिए बार-बार इसे दुहराते रहते थे। मधुबनी में उन्होंने कहा था कि बिहार में एक अलग तरह का टैक्स लगता है, जो RCP टैक्स है। इसके तहत रिश्वत की खुलेआम वसूली की जा रही है।

RCP के मामले तेजस्वी खामोश
अब समय का चक्र उल्टा घूम चुका है। आरसीपी टैक्स की बात नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नहीं कर रहे हैं। अब तो आरसीपी सिंह की पार्टी ने ही उनसे सफाई मांगी है। बिहार विधानसभा में आरसीपी का नाम लेकर नीतीश कुमार पर हमला करनेवाले तेजस्वी यादव खामोश हैं। उनकी पार्टी आरजेडी ने भी कुछ खास नहीं कहा। सोशल मीडिया पर तेजस्वी ने न तो आरसीपी सिंह के बारे में कुछ कहा और ना ही नीतीश के बारे में। आरसीपी सिंह की पार्टी जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने उनसे 40 बीघा जमीन पर सफाई मांगी है। मगर आरजेडी का पूरा कुनबा खामोश है।

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