नई दिल्ली
साल 2008 में चर्चित एनकाउंटर के बाद एक बार फिर ‘बटला’ कथित आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी की गिरफ्तारी से सुर्खियों में है। एनआईए ने संदिग्ध आतंकी मोहसिन को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। एनआईए की दलील सुनने के बाद पटियाला हाउस की स्पेशल एनआईए कोर्ट ने मोहसिन को 16 अगस्त तक रिमांड पर भेज दिया। अब एनआईए मोहसिन से मिले सुरागों का सिरा पकड़कर देश में फैल रहे आईएसआईएस के पूरे नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचेगी।
इजराइल की खुफिया एजेंसी की थी मोहिसन पर नजर
सूत्रों का कहना है, भारत से क्रिप्टो करंसी जिन वॉलेट में ट्रांसफर हो रही थी, उस पर इजराइल की खुफिया एजेंसी की पैनी नजर थी। कई ऑनलाइन आतंकी एक्टिविटी का एक इनपुट भी पिछले दिनों इजराइल की खुफिया एजेंसी ने भारत की सुरक्षा एजेंसी को साझा किया था। उसी इनपुट की कड़ियों को जोड़ा गया। इधर, एनआईए की सोशल मीडिया सेल ने देश विरोधी और आंतकी गतिविधि की ऑन लाइन एक्टिविटी पर नजर रखी। उसी कनेक्शन की एक कड़ी बटला स्थित मोहसिन तक जा पहुंची। सूत्रों ने बताया, मोहसिन तीन महीने पहले ही पटना से दिल्ली पहुंचा था।
मोहसिन के लैटपॉप में मौजूद हैं डिजिटल सबूत
खुफिया सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी के पास मोहसिन के आईएस से लेकर फिलिस्तीन के हमास से कनेक्शन के पुख्ता ‘डिजिटल’ साक्ष्य हैं। मोहसिन से जुड़े बाकी एंगल की अपने तौर पर तफ्तीश में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी जुटी है। सूत्रों से पता चला कि मोहसिन दिल्ली समेत कई अन्य शहरों में आईएसआईएस का नेटवर्क खड़ा करने के लिए सक्रिय था। उसके तार यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक से भी जुड़े पाए गए हैं।
IS के कमांडर ने किया था मोहसिन को रिक्रूट
एनआईए की पूछताछ में मोहसिन ने दो और संदिग्धों का नाम बताया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। मोहसिन के एक और साथी की सुरक्षा एजेंसियां तलाश में हैं। सूत्रों ने बताया, मोहसिन को सीरिया में मौजूद आईएस के एक कमांडर ने रिक्रूट किया था। हाईटेक मोहसिन यूथ को ऑनलाइन ब्रेनवॉश कर रिक्रूटमेंट की जिम्मेदारी दी गई थी। आईएस में अपनी अहमियत बनाने के लिए पैसा इकट्ठा कर क्रिप्टो करंसी के जरिए सीरिया में एक कमांडर को भेजता था। वो सीरिया में मौजूद आईएस के 30 से अधिक कमांडरों के संपर्क में रहा है।
ट्यूशन के बहाने दिखाता था आपत्तिजनक लिटरेचल और विडियो
एनआईए क्रिप्टो करंसी के गया स्थित वजीरएक्स एक्सचेंज से भी रिकॉर्ड भी खंगालेगी कि कितनी क्रिप्टो करंसी कब और कहां भेजी गई थी। सूत्रों ने बताया, मोहसिन अपने दोस्तों को आईएस की खूबियां बताकर उन्हें बरगलाने की कोशिश करता था। आरोपी के मोबाइल और लैपटॉप से कई आपत्तिजनक लिटरेचर और विडियो मिले हैं। मोहसिन लगातार अपने पास बच्चों को ट्यूशन के बहाने से बुलाता था। वह लोगों को कहता था कि वह उनके बच्चों को फ्री में पढ़ाई कराएगा। जिसके चलते लोग बच्चों को उसके पास भेज दिया करते थे। जब कुछ बच्चों ने अपने परिजनों को उसके विडियो दिखाने और आईएसआईएस की विचारधारा के बारे में बताया तो वह भी सकते में आ गए। मोहसिन यहां बटला हाउस स्थित जापानी गली में एक फ्लैट में रह रहा था। जबकि मूलरूप से पटना के दीघा थाना क्षेत्र के न्यू कॉलोनी का रहने वाला है। इंटर के बाद बीटेक की पढ़ाई करने के लिए घरवालों ने उसे भेजा था। यह तीन बहनों में इकलौता भाई है। मोहसिन के पिता शकील अहमद झारखंड में रेलवे कर्मचारी हैं।