मुंबई
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल विस्तार में महिलाओं को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने को लेकर विपक्ष हमलावर है। ऐसे में डेप्युटी सीएम देवेंद्र फडणवीसने मंगलवार को कहा कि अगले दौर के मंत्रिमंडल विस्तार में महिला विधायकों को कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए उसमें 18 मंत्रियों को जगह दी। इनमें शिवसेना के बागी समूह और बीजेपी के नौ-नौ मंत्री शामिल हैं। मंत्रिमंडल में किसी महिला को जगह नहीं दी गई है, जिसकी विपक्षी दल और महिला अधिकार कार्यकर्ता आलोचना कर रहे हैं। कैबिनेट विस्तार के साथ ही महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।
आलोचनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणीस ने मुंबई में कहा कि अगले मंत्रिमंडल विस्तार में निश्चित तौर पर महिलाएं शामिल की जाएंगी। पहले, कैबिनेट विस्तार में देरी को लेकर लोग हमारी आलोचना कर रहे थे, लेकिन अब वे कुछ नया लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने (नवंबर 2019 में) शपथ ली थी, तब उसमें एक भी महिला कैबिनेट मंत्री नहीं थी। उस समय किसी ने उद्धव सरकार की आलोचना नहीं की थी।
उद्धव ने नवंबर 2019 में सहयोगी दलों-कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के पांच मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। बाद में कुछ महिला मंत्रियों को मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया था। नए मंत्रिमंडल में संजय राठौड़ को शामिल किए जाने के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले ही इस मुद्दे पर रुख साफ कर दिया है और अब टिप्पणी करने की कोई जरूरत नहीं है।
वन मंत्री रहे राठौड़ को दोबारा मंत्री बनाए जाने पर बोले फडणवीस
एमवीए सरकार में वन मंत्री रहे राठौड़ को पिछले साल उस समय इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था, जब बीजेपी नेताओं ने उन्हें एक महिला को खुदकुशी के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। इससे पहले, शिंदे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि एमवीए सरकार ने राठौड़ को ‘क्लीन चिट’ दे दी थी, लिहाजा इस बार कैबिनेट मंत्री के पद के लिए उनके नाम पर विचार किया गया।
फडणवीस ने एनसीपी पर निशाना साधा
शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी पर निशाना साधते हुए फडणवीस ने कहा कि एक ऐसी पार्टी, जिसके दो पूर्व मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं, उसे हमारे मंत्रिमंडल पर उंगली उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। एनसीपी ने मंगलवार को शपथ लेने वाले कुछ मंत्रियों के नामों की सूची सोशल मीडिया पर साझा कर उन पर कथित तौर पर भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया था। एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री अनिल देशमुख तथा नवाब मलिक मनी लॉड्रिंग से जुड़े अलग-अलग मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से गिरफ्तार किए जाने के बाद से जेल में हैं।