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Saturday, November 1, 2025
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कुछ भी करेंगे…चीन से युद्ध के खतरे के बीच ताइवान ने भारत को क्यों कहा Thank You India

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ताइपे

चीन से जारी तनाव के बीच ताइवान ने भारत समेत समान विचारधारा वाले देशों को धन्यवाद दिया है। ताइवानी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह दोस्त देशों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा। ताइवान ने कहा कि संयुक्त रूप से नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए हर संभव कोशिश करने के लिए तैयार है। दरअसल, अमेरिकी हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा को लेकर चीन भड़का हुआ है। इसी कारण उसने धमकाने के लिए ताइवान को घेरकर चार दिनों तक जबरदस्त नौसैनिक युद्धाभ्यास और लाइव फायर ड्रिल की। इस दौरान चीन की कई मिसाइलों ने ताइवान के ऊपर से उड़ान भी भरी। हालांकि, ताइवान ने चीन की उकसावे वाकी कार्रवाई का कोई भी जवाब नहीं दिया।

ताइवान ने दोस्त देशों का आभार जताया
इस बीच ताइवान के विदेश मंत्रालय ने दुनियाभर से मिले समर्थक को लेकर दोस्त देशों का आभार जताया। ताइवान ने कहा कि वह दुनियाभर के देशों के साथ दोस्त बनाने और संबंध बनाए रखने का हकदार है। ताइवान ने यह भी कहा कि हाल में ही हमे टॉरगेट कर चीन के जानबूझकर सैन्य आक्रामकता दिखाने से ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से हानि पहुंची है। ताइवान ने मित्र राष्ट्रों से आग्रह किया कि वे ऐसे ही समर्थन देते रहें, जिससे आक्रमणकारी ताकतों को मुंहतोड़ जवाब दिया जा सके। ताइवान ने इंडो-पैसिफिक में शांति, स्थिरता और समृद्धि को मजबूत करने के लिए भी दुनियाभर के देशों से समर्थन की मांग की।

ताइवानी विदेश मंत्रालय ने क्या कहा
ताइवानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “रिपब्लिक ऑफ चाइना (ताइवान) की सरकार भारत सहित 50 से अधिक देशों की कार्यकारी शाखाओं और सांसदों के प्रति ईमानदारी से आभार व्यक्त करना चाहती है। इन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने, तनाव कम करने, क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने, यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने का आह्वान किया है। उन्होंने यह भी कहा, ”… ताइवान की सरकार अमेरिका, जापान और भारत सहित अन्य समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ संचार और समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगी ताकि संयुक्त रूप से नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को संरक्षित किया जा सके और पूरे ताइवान में सुरक्षा व्यवस्था बनाई रखी जा सके।”

भारत ने चीन-ताइवान तनाव पर क्या कहा था
शुक्रवार को भारत ने ताइवान जलडमरूमध्य में यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने का आग्रह किया था। भारत ने कहा था कि क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बनाए रखने के प्रयास किए जाने चाहिए। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि कई अन्य देशों की तरह, भारत भी हाल के घटनाक्रमों से चिंतित है। हम संयम बरतने, यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने, तनाव कम करने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों का आग्रह करते हैं।

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