टीम इंडिया ने उम्मीद के मुताबिक जिम्बाब्वे को पहले वनडे मुकाबले में 10 विकेट से एकतरफा हरा दिया। पहले गेंदबाजों ने धमाल मचाया और जिम्बाब्वे को 189 रनों पर रोक दिया। उसके बाद ओपनर शिखर धवन और शुभमन गिल ने बेजोड़ बैटिंग करते हुए मैच को एकतरफा बना दिया। टीम इंडिया ने यह मुकाबला 30.5 ओवरों में अपने नाम किया। शिखर धवन 113 गेंदों में 9 चौके की मदद से नाबाद 81 रनों की पारी खेली, जबकि दूसरी छोर पर शुभमन गिल 82 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 72 गेंदों में 10 चौके और एक छक्का जड़ा।
इससे पहले तेज गेंदबाज दीपक चाहर की अगुआई में गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन से भारत ने जिम्बाब्वे को 189 रन पर ढेर कर दिया। चोटिल होने के कारण लगभग छह महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे चाहर ने 27 रन देकर तीन विकेट चटकाते हुए मेजबान टीम के शीर्ष क्रम को ध्वस्त किया। अक्षर पटेल (24 रन पर तीन विकेट) और प्रसिद्ध कृष्णा (50 रन पर तीन विकेट) ने भी तीन-तीन विकेट लिए जिससे जिम्बाब्वे की टीम 40.3 ओवर में ही ढेर हो गई। जिम्बाब्वे ने 110 रन पर आठ विकेट गंवा दिए थे जिसके बाद रिचर्ड एनगारवा (34) और ब्रेड इवान्स (नाबाद 33) ने नौवें विकेट के लिए 70 रन जोड़कर टीम को सस्ते में सिमटने से बचाया।
कप्तान रेगिस चकाब्वा 35 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे। कोविड-19 और खेल हर्निया की सर्जरी के कारण लगभग तीन महीने बाद वापसी कर रहे भारतीय कप्तान लोकेश राहुल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसे उनके गेंदबाजों ने सही साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जिम्बाब्वे की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने 11वें ओवर में 31 रन तक ही चार विकेट गंवा दिए थे। चाहर और सिराज ने कुछ दिशाहीन गेंदों के अलावा अन्य गेंदों पर बल्लेबाजों को काफी परेशान किया।
अंतत: छठे ओवर में इनोसेंट काइया का धैर्य जवाब दे गया और वह चाहर की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में विकेटकीपर संजू सैमसन को कैच दे बैठे। काइया ने 20 गेंद में चार रन बनाए। चाहर के अगले ओवर में दूसरे सलामी बल्लेबाज तादिवनाशे मरुमानी (08) ने भी सैमसन को कैच थमाया। सिराज ने अनुभवी सीन विलियम्स (01) को पहली स्लिप में शिखर धवन के हाथों कैच कराया जबकि चाहर ने वेस्ली माधेवेरे (05) को पगबाधा करके जिम्बाब्वे को चौथा झटका दिया।
भारतीय गेंदबाजों के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगता है कि जिम्बाब्वे के बल्लेबाज शुरुआती 10 ओवर में सिर्फ एक चौका जड़ पाए जो मरुमानी के बल्ले से निकला। चकाब्वा और सिकंदर रजा (12) की अनुभवी जोड़ी ने पारी को संभालने की कोशिश की। चकाब्वा ने सिराज पर लगातार दो चौके मारे जबकि रजा ने चाहर पर चौके के साथ 13वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। कृष्णा ने रजा को पहली स्लिप में धवन के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा और फिर रेयान बर्ल (11) की पारी का भी अंत किया। ल्यूक जोंगवे (13) ने कृष्णा पर दो चौके के साथ 26वें ओवर में टीम के रनों सैकड़ा पूरा किया।
अक्षर ने अगले ओवर में चकाब्वा को बोल्ड करके जिम्बाब्वे को बड़ा झटका दिया और फिर अपने अगले ओवर में जोंगवे को पगबाधा करके जिम्बाब्वे का स्कोर आठ विकेट पर 110 रन किया। इवान्स और एनगारवा ने इसके बाद पारी को संवारा। दोनों ने अक्षर पर चौके मारे जबकि इवान्स ने 36वें ओवर में कुलदीप यादव पर छक्के के साथ टीम का स्कोर 150 रन के पार पहुंचाया। एनगारवा ने भी कृष्णा पर चौका और अक्षर पर छक्का मारा। कृष्णा ने एनगारवा को बोल्ड करके इवान्स के साथ उनकी साझेदारी का अंत किया। उन्होंने 42 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा। अक्षर ने विक्टर नयाउची (08) को स्लिप में गिल के हाथों कैच कराके जिम्बाब्वे की पारी का अंत किया।