पटना,
बिहार विधानसभा में आज नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार ने बहुमत साबित कर दिया. लेकिन फ्लोर टेस्ट के दौरान जमकर हंगामा भी हुआ. हंगामा इस कदर बढ़ गया था कि भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने फ्लोर टेस्ट का बहिष्कार कर दिया और वे सदन से बाहर चले गए. वहीं फ्लोर टेस्ट के दौरान सीएम नीतीश और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमले बोले. नीतीश ने यह तक कह दिया कि 2020 में वह सीएम नहीं बनना चाहते थे लेकिन बीजेपी ने ही इसका दबाव बनाया था.
सबसे पहले बात करते हैं फ्लोर टेस्ट की. बिहार में नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार ने विश्वास मत जीत लिया है. बहुमत होने के बावजूद सत्ता पक्ष ने मतदान करने की मांग की थी. जबकि बीजेपी का कहना था कि जब ध्वनिमत से विश्वास का प्रस्ताव पास हो गया है तो वोटिंग की क्या जरूरत है. लेकिन वोटिंग हुई और बीजेपी ने वोटिंग का बहिष्कार किया. वोटिंग में नीतीश के पक्ष में 160 वोट पड़े.
2020 में सीएम नहीं बनना चाहता था- नीतीश
अपने संबोधन की शुरुआत से ही नीतीश ने बीजेपी पर हमले जारी रखे. वह बोले कि बीजेपी ने पहले कहा कि नन्दकिशोर यादव को विधानसभा अध्यक्ष बनाएंगे. लेकिन फिर विजय सिन्हा को यह पद दिया गया. नीतीश ने आगे कहा कि 2020 में हमने कहा था कि ज्यादा सीट आप (बीजेपी) जीते हैं तो आपका मुख्यमंत्री बनना चाहिए. लेकिन मुझ पर दवाब दिया गया कि आप ही संभालिए.
नीतीश का नाम 2024 के चुनाव को लेकर भी खूब उछाला जा रहा है. उनको विपक्ष की तरफ से पीएम उम्मीदवार बताया जा रहा है. इसपर नीतीश ने इशारों-इशारों में कहा कि मेरी इच्छा कुछ भी बनने की नहीं है.
2024 चुनाव पर क्या बोले नीतीश कुमार
नीतीश ने यह भी दावा किया कि बीजेपी का साथ छोड़ने पर देश भर की पार्टियों के लोगों ने उनको फोन कर कहा कि यह सही फैसला था. नीतीश ने बताया कि उन्होंने विपक्षी नेताओं से कहा कि सब मिल कर लड़ेंगे तो 2024 भी जीतेंगे.केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए नीतीश ने कहा कि दिल्ली से कुछ काम नहीं हो रहा सिर्फ प्रचार हो रहा है, लोगों की आय घट रही है.
नीतीश ने आगे कहा कि बीजेपी ने जेडीयू को खत्म करने की साजिश रची और सभी पुराने नेताओं को साइड कर दिया. उन्होंने यह तक कह दिया कि अटल बिहारी वाजपेयी जब बीमार हो गए थे तो आगे लाल कृष्ण आडवाणी को पावर मिलनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. वह बोले कि पटना यूनिवर्सिटी को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की मांग को भी नहीं माना गया.
संबोधन के दौरान बीजेपी विधायक हंगामा कर रहे थे. इसपर नीतीश ने बीजेपी विधायक नितिन नवीन से कहा कि बोलोगे तभी केंद्र वाला आगे बढ़ाएगा. वह बोले कि जब अनाप-शनाप बोलोगे तब ही आगे केंद्र में जगह मिलेगी. तब मुझे भी अच्छा लगेगा. इतना ही नहीं जब बीजेपी विधायक सदन से वॉकआउट करने लगे तो नीतीश ने कहा कि इस तरह भागने का आदेश भी केंद्र ने दिया होगा.
नीतीश से पहले सदन में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने संबोधन दिया था. वह बोले कि बीजेपी को 2024 का भय है. वह बोले कि 2024 में 40 की 40 सीट (लोकसभा) हम जीतेंगे. बीजेपी डर से सदन में हमारा सामना नहीं कर पा रहे हैं तो अपने तीनों जमाइयों CBI, ED और IT को आगे कर दिया है. यहां वह आज पड़े सीबीआई के छापों का जिक्र कर रहे थे. बिहार, गुरुग्राम मिलाकर कुल 24 ठिकानों पर छापे मारे गए थे.
26 अगस्त को होगा स्पीकर का चुनाव
बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले भी जमकर हंगामा हुआ था. स्पीकर विजय कुमार सिन्हा ने पहले इस्तीफा देने से इनकार किया फिर बाद में फ्लोर टेस्ट से पहले आज इस्तीफा दे दिया. इसके बाद डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी ने फ्लोर टेस्ट कराया. अब 26 अगस्त को नए विधानसभा स्पीकर का चुनाव होगा.बता दें कि नीतीश कुमार ने पिछले दिनों बीजेपी से गठबंधन तोड़कर तेजस्वी यादव संग सरकार बनाई. कांग्रेस के अलावा दूसरे छोटे दल भी नीतीश-तेजस्वी की महागठबंधन सरकार का हिस्सा बने हैं. नई सरकार के गठन के बाद अब फ्लोर टेस्ट में नीतीश ने बहुमत भी साबित कर दिया.