चंडीगढ़
पंजाब पुलिस ने हथियार बनाने और तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। मामले में पुलिस ने मध्य प्रदेश के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस की ‘काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट’ ने मध्य प्रदेश पुलिस की मदद से दोनों को मध्य प्रदेश से पकड़ा है। वे बड़े पैमाने पर हथियार बनाते थे और पंजाब के साथ-साथ अन्य राज्यों में उनकी सप्लाई करते थे। आरोपियों की पहचान खरगौन में रतवा गांव निवासी भूरेलाल उर्फ मनीष बड़े और बुरहानपुर जिले के दत्त गांव निवासी कैलाशमल सिंह के तौर पर हुई है। पुलिस ने उनके पास से .32 बोर और .30 बोर की 55 पिस्तौलें बरामद की हैं।
डीजीपी ने कहा कि ‘काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट’ ने पंजाब के अमृतसर से तीन हफ्ते पहले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था और उनके कब्जे से चार पिस्तौल बरामद की थी। उनकी निशानदेही पर ये गिरफ्तारियां की गई हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में 10 अगस्त को अमृतसर में भारतीय दंड संहिता और सशस्त्र कानून के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। यादव ने बताया कि जांच में पता चला कि बरामद पिस्तौल अवैध हथियार बनाने वाले लोगों ने उन्हें दी थी और संदिग्ध मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में रहते हैं।
अभियान अभी जारी, और हथियार-गोलाबारूद मिलने के आसार
डीजीपी ने बताया कि इसके बाद ‘काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट’ अमृतसर के निरीक्षक इंदरदीप सिंह की अगुवाई में 15 सदस्यीय टीम को मंगलवार को मध्य प्रदेश भेजा गया। टीम ने गुरुवार को हथियारों के सप्लायर्स का पता लगाया और उन्हें पकड़ लिया। उन्होंने कहा कि अभियान अभी जारी है। पुलिस का कहना है कि अभी और हथियार और गोला बारूद मिलने के आसार हैं।