नई दिल्ली,
कोरोना काल के दौरान उपजे संकट की वजह से साल 2020 में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की गई थी. इस योजना के तहत राशन रेखा के अंदर आने वाले लोगों को 5 किलो राशन प्रति व्यक्ति मुहैया कराया जाता है. बाद में इस स्कीम में उन गरीब परिवारों को भी जोड़ा गया, जिनके पास राशनकार्ड नहीं थी. शुरुआत में योजना के तहत एक किलो चने की दाल और जरूरी मसालों की किट दी जाती थी. लेटेस्ट अपडेट के अनुसार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना संशोधित रूप में तीन महीने और जारी रह सकती है.
वित्त मंत्रालय ने दिया ये सुझाव
दरअसल त्योहारों को देखते हुए केद्र सरकार इस योजना को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक तीन महीने योजना बढ़ाने से करीब 45 हजा़र करोड़ रुपये का भार आएगा. हालांकि, वित्त मंत्रालय के सुझाव के अनुसार दिए जाने वाले अन्न की मात्रा में कटौती की जा सकती है. दरअसल रूस यूक्रेन युद्ध के चलते उपजे खाद्यान संकट और अन्य सब्सिडिज के चलते केंद्र सरकार पर आनाज की मात्रा में कटौती करने या इस योजना को बंद करने का दबाव है.
इस योजना से जुड़े हैं 80 करोड़ लोग
सरकार की लोकप्रिय इस योजना से 80 करोड़ के आसपास लोग जुड़े हुए हैं. इस योजना को मार्च 2022 में खत्म होना था. फिर इसे बढ़ाकर सितंबर तक कर दिया गया. अब संकेत मिल रहे हैं कि ये योजना संशोधित में आगे तीन महीने और जारी रह सकती है.
किसानों को कहां मिलता है ये आनाज
इस योजना के तहत राशनकार्ड धारकों सभी को 5 किलो आनाज मिलता है. यह अनाज आपको राशनकार्ड पर हर महीने मिलने वाले अनाज से अलग होता है. यह राशन उसी उसी राशन की दुकान से मिलती है जहां से आप राशनकार्ड धारक आनाज लेते रहे हैं.