कोलकाता ,
कोलकाता में एयर इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले आऱोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के बताया कि आरोपी बिप्लब सिन्हा महापात्रा एक कारोबारी है, जो कि लोगों को अपने जाल में फंसाता था और एयर एंडिया में नौकरी दिलवाने के नाम पर उनसे ठगी करता था.
कोलकाता के बाउबाजार थाना पुलिस ने बीती रात कारोबारी बिप्लब को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के खिलाफ कोलकाता के कई पुलिस थानों में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक शिकायतकर्ता का दावा है कि बिप्लब की विमानन कंपनी ने एयर इंडिया में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से पैसे ऐंठे हैं.
पुलिस के मुताबिक कारोबारी बिप्लब की सिन्हा ग्रुप के तहत तीन कंपनियां टैलेंटो एविएशन, टेक ऑफ एविएशन और थ्री स्टेप एविएशन हैं. आरोपी एक बंगाली डिजिटल मीडिया का मालिक भी है.
बिप्लब पर आरोप है कि उसने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से मोटी रकम ली थी. लेकिन लोगों के नौकरी नहीं दी गई. शिकायतकर्ता ने दावा किया कि नौकरी नहीं मिलने के बाद आरोपी से रुपए वापस करने के लिए कहा तो उसे धमकी दी गई. शिकायतकर्ता से कई बार में 1 लाख 73 हजार रुपये लिए गए थे. आरोप है कि शिकायतकर्ता को पहले एयर इंडिया के लेटर हेड पर नियुक्ति पत्र दिया गया था. साथ ही दावा किया गया था कि यही ज्वाइनिंग लेटर है. लेकिन वह फर्जी निकला.
इसके बाद शिकायतकर्ता ने बाउबाजार थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई. शिकायत के आधार पर कोलकाता पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की. इसके बाद पुलिस ने बिप्लब सिन्हा महापात्रा और उनकी करीबी शुभज्योति चट्टोपाध्याय को शनिवार शाम को साल्ट लेक सेक्टर 5 के एक लक्जरी रेस्तरां से गिरफ्तार कर लिया गया. रविवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया गया.
पुलिस के मुताबिक आरोपी के खिलाफ बाउबाजार थाने के अलावा बेनियापुकुर थाने में भी लिखित शिकायत दर्ज कराई गई थी. पीड़ित अभिलाष सिंह ने इंडिया टुडे-आजतक को बताया कि मुझे विमानन उद्योग में नौकरी की पेशकश की गई थी. जब मैं इंटरव्यू में शामिल हुआ तो मुझे रिजेक्ट कर दिया और मुझे खुद को तैयार करने के लिए उनकी कंपनी के तहत एक कोर्स करने की बात की गई. मैं वह कोर्स करने के लिए सहमत हो गया. इसके लिए कई बार में मुझसे बहुत पैसा लिया गया, लेकिन नौकरी नहीं दी गई.
पीड़ित अभिलाष सिंह ने कहा कि जब मैंने अपने पैसे वापस मांगे तो मुझे उनके कर्मचारियों ने हैक किया. बिप्लब अपने ऑफिस में बाउंसर रखता था. ऑफिस में वीडियो रिकॉर्ड करने की अनुमति नहीं थी. कोलकाता पुलिस आरोपी व्यवसायी के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों के आधार पर जांच कर रही है.