खाचरियावास की नरमी और कृष्णम के दावे का सच क्या, सच में लिखी जा चुकी है पायलट की किस्मत?

जयपुर

सचिन पायलट समर्थक कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम की राजस्थान के विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी से मुलाकात ने फिर से सियासी पारा चढ़ा दिया है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि राजस्थान की कमान किसके हाथ में रहेगी, इस बात का फैसला कांग्रेस कर चुकी है। गहलोत सरकार के मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बयान और प्रमोद कृष्णम की ओर से इशारों- इशारों में किए जा रहे दावे इस बात की तस्दीक कर रहे है कि हवा का रुख फिलहाल सचिन पायलट की ओर ज्यादा झुक रहा है। इधर सूबे के सीएम अशोक गहलोत पर इन दिनों संकट के बादल घिरे हुए हैं। प्रदेश में सुर्खियों में आई बयानबाजी और सियासी उठापटक के बीच समझिए राजस्थान के राजनीतिक हालात। पेश है खास रिपोर्ट

राजस्थान में सियासी घमासान के बीच खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास अपने बदले हुए तेवर के बीच सुर्खियों में हैं। सचिन पायलट के तरफ उनकी नरमी और ब्यूरोक्रेट्स की एसीआर भरने के मुद्दे पर सीएम अशोक गहलोत से नाराजगी, सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही खाचरियावास ने एक हिंदी मीडिया हाउस से सामने एक बड़ा बयान दिया है, जो यह बताने के लिए काफी है कि वह भी अब वेट एंड वॉच की राजनीति पर नजर बनाए हुए है।

राहुल गांधी के नेतृत्व में रिपीट करनी है : खाचरियावास
खाचरियावास ने कहा कि एक ही मकसद है कि अब अशोक गहलोत हो या सचिन पायलट ,सबको मिलकर साथ चलना चाहिए और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में साथ चलना चाहिए। सबको मिलकर राहुल गांधी के नेतृत्व में सरकार बनाने की तैयारी करनी चाहिए। अपने इस इंटरव्यू में खाचरियावास ने यह भी कहा कि सचिन पायलट उनके दोस्त हैं। उनसे सभी गिले – शिकवे दूर हो गए हैं। बता दें कि इससे पहले सियासी संकट के दौरान खाचरियावास ने सचिन पायलट को खिलाफ यहां तक कह दिया था कि जब वे राजस्थान विश्वविद्यालय के अध्यक्ष बने थे, तब सचिन पायलट नेकर पहना करते थे।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा- फैसला लिखा जा चुका है
इधर आचार्य प्रमोद कृष्णम का ट्वीट और बयान भी जोर पकड़ रहा है। उन्होंने इशारों ही इशारों में राजस्थान में जल्द मुख्यमंत्री बदलने की बात कह डाली है। उन्होंने कहा कि राजस्थान को लेकर कांग्रेस आलाकमान बहुत जल्द बड़ा फैसला करने वाला है। फैसला लिखा जा चुका है, सिर्फ सुनाना बाकी है। यह फैसला राजस्थान की जनता की भावनाओं के हिसाब से होगा। कांग्रेस का प्रत्येक विधायक आलाकमान के फैसले के साथ खड़ा है।

मुख्यमंत्री के खिलाफ बगावती तेवर बढ़े
राजस्थान में सचिन पायलट को समर्थन में बयान देने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। राजेंद्र गुढ़ा , दिव्या मदेरणा सहित कई विधायक खुलकर उनके पक्ष में बयान देने में लग गए हैं। इधर अशोक गहलोत के खिलाफ उनके ही विधायकों मोर्चा खोलने में लगे हैं। जिससे उनकी सियासी चुनौतियां बढ़ती जा रही है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी ओबीसी आरक्षण विसंगति के मुद्दे पर अशोक गहलोत से नाराज हैं। वहीं गहलोत के तीन खास विधायक शांति धारीवाल , महेश जोशी और धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई ना होने से गहलोत के खिलाफ बयानबाजी बढ़ रही है।

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