नई दिल्ली
भारतीय क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचने में नाकाम रहने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को कड़ा फैसला करते हुए चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चार सदस्यीय राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर दिया। चेतन के कार्यकाल के दौरान भारतीय टीम 2021 में खेले गए टी20 विश्वकप के नॉकआउट चरण में नहीं पहुंच पाई थी। इसके अलावा वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी हार गई थी।
चेतन (उत्तर क्षेत्र), हरविंदर सिंह (मध्य क्षेत्र), सुनील जोशी (दक्षिण क्षेत्र) और देबाशीष मोहंती (पूर्वी क्षेत्र) का राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में कार्यकाल बहुत कम दिन का रहा। इनमें से कुछ की नियुक्ति 2020 तो कुछ कि 2021 में की गई थी। एक सीनियर राष्ट्रीय चयनकर्ता का कार्यकाल अमूमन चार साल का होता है और उसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। अभय कुरूविला का कार्यकाल समाप्त होने के कारण पश्चिम क्षेत्र से कोई चयनकर्ता नहीं था।
पीटीआई ने 18 अक्टूबर को बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक के बाद खबर दी थी कि चेतन को बर्खास्त किया जा सकता है। बीसीसीआई ने शुक्रवार को राष्ट्रीय चयनकर्ताओं (सीनियर पुरुष) के लिए आवेदन मंगाए। आवेदन करने की अंतिम तिथि 28 नवंबर है। चेतन शर्मा 3 जनवरी को 58 साल के हो जाएंगे, उन्होंने 23 टेस्ट मैच खेले हैं। पूर्व भारतीय खिलाड़ी शर्मा करीब 11 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर (1983-94) में 23 टेस्ट और 65 वनडे में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 1987 विश्व कप में हैट्रिक उनके करियर की बड़ी उपलब्धि है।
महज 16 साल की उम्र में हरियाणा के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलना शुरू करने वाले चेतन ने 18 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू कर लिया था। दिसंबर 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना वनडे खेलते वक्त तो वह 17 ही साल के थे। चेतन शर्मा ने टेस्ट में 61, जबकि वनडे इंटरनेशनल में 67 विकेट झटके।