महाराष्ट्र: राज्यपाल भगत सिंह सिंह कोश्यारी की मुश्किलें बढ़ीं, बॉम्बे हाई कोर्ट में क्रिमिनल PIL दाखिल

मुंबई

छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी के विवादित बयान से राज्य में सियासत खूब गर्म है। राज्यपाल के बयान के खिलाफ राज्य भर में विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। विपक्ष राज्यपाल से अपने पद से हटने की मांग कर रहा है। इन सबके बीच मंगलवार को राज्यपाल को पद से हटाने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट में एक आपराधिक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर हुई है। दीपक जगदेव ने अपने वकील नितिन सातपुते के जरिए हाई कोर्ट में राज्यपाल के खिलाफ याचिका दायर की है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि राज्यपाल विवादित बयान देकर समाज की शांति और सद्‌भावना को भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। इस याचिका में राज्यपाल के साथ ही केंद्र सरकार, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सहित 7 लोगों को प्रतिवादी बनाया गया है।

याचिका में सिलसिलेवार बताया गया है कि किस तरह से राज्यपाल कोश्यारी ने अपमान किया है। याचिका में कहा गया है, ‘राज्यपाल को ज्ञात नहीं है कि उन्हें कब क्या बोलना चाहिए। राज्यपाल ने 14 फरवरी 2022 को पुणे में छत्रपति शिवाजी को लेकर विवादित बयान दिए थे। इसके बाद उन्होंने 3 मार्च 2022 को सावित्रीबाई फुले की शादी को लेकर विवादित बयान दिए। याचिका में राज्यपाल के अन्य बयानों का भी हवाला दिया गया है और उसे विवादित बताया गया है। याचिका में कहा गया है कि राज्यपाल एक उच्च संवैधानिक पद है। इस पद पर रहते हुए वह महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ बयान दे रहे हैं।

क्या है मामला
याचिका के मुताबिक, राज्यपाल ने एक कार्यक्रम में कहा है, ‘कोई युवाओं से पूछे कि तुम्हारा आदर्श कौन है, तो बाहर जाने की जरूरत नहीं है। यहीं महाराष्ट्र में मिल जाएंगे। शिवाजी महाराज तो पुराने जमाने के आदर्श हैं, मैं नए युग की बात कर रहा हूं। डॉ. आंबेडकर से लेकर गडकरी तक यहीं मिल जाएंगे।’ उनके इसी बयान का राज्यभर में विरोध हो रहा है और उन्हें हटाने की मांग हो रही है।

About bheldn

Check Also

फर्जी है लॉरेंस! मिलिए अनिल बिश्नोई से, जो है 10000 काले हिरणों का सच्चा रखवाला, 300 शिकारियों के लिए बने काल

नई दिल्ली बात साल 1990 की है। राजस्थान के हनुमानगढ़ में जंगलों की कटाई और …