जयपुर
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने जैसे ही राजस्थान से हरियाणा) में प्रवेश किया सोशल मीडिया पर दो तस्वीरें वायरल होने लगीं। एक तस्वीर में राहुल गांधी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ गर्मजोशी से गले मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं और दूसरी तस्वीर में राहुल गांधी पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट को गले लगाते नजर आ रहे हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान में जो संदेश देने की कोशिश कर रही है हकीकत इससे बिल्कुल अलग है।
राजस्थान में यात्रा खत्म होने के बाद सचिन पायलट का एक बयान काफी वायरल हो रहा है। इस बयान में प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि जादू कुछ नहीं होता है। दुनिया में एक ही जादूगर है और वो ऊपर बैठा हुआ नीली छतरी वाला जादूगर है। सचिन पायलट के इस बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। और इसे अशोक गहलोत से जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सियासत में जादूगर कहा जाता रहा है।
राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा से यात्रा से पहले अशोक गहलोत और सचिन पायलट अपने युद्धरत गुटों का नेतृत्व कर रहे थे। पार्टी के नेता केसी वेणुगोपाल को यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से पहले नवंबर में बंद दरवाजों के पीछे दोनों नेताओं से मिलना पड़ा ताकि यात्रा से पहले शांति बनी रहे। इसके बाद से राजस्थान कांग्रेस की सियासी लड़ाई शांत ही दिखाई दे रही है।
जब राहुल गांधी रविवार 4 दिसंबर को राजस्थान पहुंचे थे तब प्रदेश कांग्रेस के सामने कई प्रमुख सवाल थे। पहला सवाल क्या गहलोत बनाम पायलट विवाद हल हो जाएगा ? दूसरा, क्या गहलोत के तीन वफादारों के खिलाफ आलाकमान कार्रवाई करेगा ? तीसरा, क्या 25 सितंबर को कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक का बहिष्कार करने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई होगी ? और सबसे बड़ा सावल मुख्यमंत्री को बदलने को लेकर उठ रहा था।
क्या फिर बढ़ेगी दोनों नेताओं के बीच तकरार
राजस्थान में यात्रा के आखरी दिन सचिन पायलट की जादू और जादूगर से जुड़ी यह टिप्पणी दोनों के बीच आने वाले समय में तकरार के बढ़ने का एक संकेत मानी जा रही है। लग रहा है कि यात्रा के खत्म होते ही युद्धविराम खत्म हो गया है। सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग फिरसे उठने की संभावना दिखाई दे रही है। अलवर में सभा के दौरान राहुल गांधी ने अशोक गहलोत की कई योजनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि देश में गरीबों के लिए सबसे बेहतर योजनाएं राजस्थान में हैं।
राजस्थान सरकार के चार वर्ष पूरे होने के कार्यक्रम से सचिन पायलट नदारद थे। जयपुर में राहुल गांधी की प्रेस कांफ्रेस से भी वह नदारद दिखाई दिए। यात्रा के दौरान पायलट का इलाका कहे जाने वाले दौसा में सबसे ज्यादा भीड़ दिखाई दी थी। इसे सचिन पायलट समर्थकों ने उनकी उपलब्धि दिखा कर पेश किया।