‘अगर मैं सच बता देती तो वो लोग मुझ पर…’, अंजलि की दोस्त ने इस वजह से छुपाई बात

नई दिल्ली,

अगर मैं उन्हें बता देती तो वो लोग मुझ पर ही शक करते… ये शब्द हैं अंजलि सिंह की दोस्त निधि के. निधि ने बताया कि अगर वह उस दिन हादसे की खबर अंजलि के परिजनों को देती तो वो लोग मुझ पर ही शक करते. इसलिए मैं चुप रही. बता दें, दिल्ली में अंजलि सिंह की मौत के मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पुलिस भी गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई है. रोजाना हो रहे नए खुलासों से सभी के मन में बस यही सवाल है कि आखिर ये हत्या है या सच में गलती से आरोपियों ने अंजलि को टक्कर मार दी.

हालांकि, पुलिस ने मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, हादसे की चश्मदीद अंजलि की सहेली ने भी कई ऐसी बातें बताईं हैं जिससे केस और भी उलझता नजर आ रहा है. निधि ने ‘आजतक’ को बताया कि अंजलि उसकी अच्छी दोस्त थी. वह भी चाहती है कि उसकी दोस्त को इंसाफ मिले. आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा हो.

निधि ने बताया कि जब यह हादसा हुआ तो उस वक्त वह काफी डर गई थी. उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे. उसका घर घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर था. इसलिए वह पैदल ही घर की ओर निकल गई. घर जाकर उसने नानी और मां को पूरी कहानी बताई. जब निधि से पूछा गया कि आपने पुलिस को इस बारे में जानकारी क्यों नहीं दी? निधि ने कहा कि उस समय मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा था कि क्या करूं और क्या नहीं. बस उस वक्त मुझे जो सही लगा मैंने वो किया. लेकिन जब पुलिस ने मुझसे पूछताछ की तो मैंने उनके सामने सब कुछ सच बताया.

जब निधि से पूछा गया कि आपने इस हादसे की सूचना अंजलि के घर वालों को क्यों नहीं दी? निधि ने कहा कि अगर मैं उन्हें इस हादसे के बारे में बताती को वो उल्टा मुझ पर ही शक करते. इसलिए मैं चुप रही.

अंजलि की दोस्त निधि ने बताया वह अंजलि को पहले से नहीं जानती थी. उसकी 10 से 15 दिन पहले ही दोस्ती हुई थी वो भी किसी और सहेली के जरिए. दोनों के बीच अच्छी बोंडिंग हो गई इसलिए जब अंजलि ने न्यू ईयर पर पार्टी की बात कही तो वह इनकार नहीं कर पाई. रात 8 बजे वे लोग होटल पहुंचे. यहां अंजलि के ही दोस्त थे, जिनमें उसका बॉयफ्रेंड भी शामिल था. निधि ने बताया कि वह पार्टी में अंजलि के अलावा किसी को नहीं जानती थी.

इस बीच वह कुछ सामान लेने के लिए बाहर आई. जब होटल के कमरे में लौटी तो अंजलि और उसके बॉयफ्रेंड के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो रहा था. निधि ने बताया कि यह सब देखकर उसने अंजलि को वहां से चलने को कहा. अंजलि भी बोली कि उसे भी घर जाना है. फिर वे लोग होटल से 2 बजे बाहर निकले.

ट्रक से भी होने वाली थी टक्कर
निधि ने बताया, ”पार्टी के बाद जब हम लोग जब बाहर निकले मुझे लगा कि शायद अंजलि स्कूटी चलाने की हालत में नहीं है. इसलिए मैंने उसे कहा कि मैं स्कूटी चलाती हूं. तुम पीछे बैठो. फिर भी अंजलि नहीं मानी और मुझसे लड़ने लगी. उसने मुझसे कहा कि मैं तुम्हें सही सलामत घर छोड़ दूंगी. फिर जैसे ही हम स्कूटी में सफर कर रहे थे अंजलि किसी बात को लेकर काफी गुस्से में थी. इसी बीच एक ट्रक हमारे सामने आ गया. उस समय हम बाल-बाल बच गए. मैंने तुरंत उसे स्कूटी रोकने को कहा और चाबी निकाल ली. तब भी वो नहीं मानी और कहा कि अब मैं ढंग से स्कूटी चलाऊंगी.”

चीखती रही, रोती रही अंजलि
अंजलि की दोस्त ने कहा, ”जैसे ही फिर हम आगे पहुंचे तो एक कट के पास कार आई और उसने हमें हमें टक्कर मार दी. मैं स्कूटी की बगल में ही गिर गई. जबकि, अंजलि गाड़ी के नीचे फंस गई. अंजलि तब काफी चीखी और रोने भी लगी. लेकिन पांव गाड़ी में फंसा होने के कारण वह उठ नहीं पाई. न ही उन गाड़ी वालों ने कार रोकी. वे सीधा उसे घसीटते हुए आगे ले गए. मैं उस समय काफी घबरा गई थी. इसलिए मैं वहां से पैदल ही सीधे घर चली गई. क्योंकि मेरा घर वहां से काफी नजदीक था. वहां मैंने अपनी मां और नानी को पूरी घटना बताई.”

आरोपी चलाते रहे कार
निधि ने बताया कि लड़कों ने जानबूझ कर लड़की को कार से घसीटा. उन्हें पता था कि लड़की गाड़ी में फंसी है. फिर भी उन्होंने गाड़ी नहीं रोकी. मैं इस हादसे से इतना घबरा गई थी कि मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना है और क्या नहीं. फिर जब दो दिन बाद पुलिस मुझ तक पहुंची तो मैंने उन्हें पूरी घटना बता दी.

काला शीशा होने के कारण कुछ नहीं दिखा
अंजलि की दोस्त ने बताया कि इस घटना में उसे भी चोट आई है. आंख और पैर पर उसे चोट आई है. जबकि, उसका हाथ भी इस हादसे में फ्रैक्चर हुआ है. निधि ने कहा कि अंजलि भी बच जाती अब गाड़ी वाले कार को रोक देते. लेकिन उन्होंने जान बूझकर कार नहीं रोकी. निधि ने बताया कि वे लोग उन लड़कों को नहीं जानतीं थी. न ही उसने उन्हें देखा. क्योंकि उस समय कार में काला शीशा लगा हुआ था. बता दें, इस मामले में दिल्ली पुलिस की जांच जारी है.

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