फन पटक कर लहूलुहान हो गया सांप… तो क्या सच में प्रेम करते हैं नाग-नागिन?

नई दिल्ली

नागिन की मौत पर नाग के ‘तांडव’ की कहानी कुछ दिन पहले आपने पढ़ी होगी। यूपी के बदायूं की इस घटना को नाग-नागिन की प्रेम कहानी के तौर पर देखा गया। बताते हैं नेवले के हमले में नागिन मर गई और जख्मी नाग बच गया। नागिन के वियोग में नाग ने अपना फन पटक कर खुद को जख्मी कर लिया। कुछ साल पहले चंडीगढ़ में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था। एक गड्ढे में नाग मरा और उससे लिपटी नागिन दिखाई दी। लोगों ने माना कि नाग की मौत पर नागिन अपना दुख जता रही थी। पहली नजर में तो लोगों को लगा ही नहीं कि वह जिंदा है। नाग-नागिन की कहानी पर कई फिल्में भी बन चुकी हैं। जब से बदायूं की घटना सामने आई है लोगों के मन में सवाल है क्या नाग सच में प्रेम करता है या फिर नाग-नागिन की प्रेम कहानी इंसानों की अपनी सोच की देन है?

सांपों की प्रेम कहानी समझने से पहले यह जानना जरूरी है कि क्या सांपों में इमोशन होता है? इसका जवाब है हां, सांपों में भी भावनाएं उमड़ती हैं। दूसरे जानवरों की तरह वे भी चीजों को या हालात को महसूस करते हैं। हालांकि सांप कैसा महसूस करते हैं और कैसे भावनाओं को व्यक्त करते हैं, वो तरीका इंसानों से बिल्कुल अलग है। ‘जंगल न्यूज’ सीरीज में आप पहले ही पढ़ चुके हैं कि कैसे कुछ सांप खतरा महसूस होने पर फुफकारते हैं और आक्रामक दिखाई देते हैं। वे अपनी दुनिया में ‘कूल’ भी दिखते हैं।

यह भी समझ लीजिए कि सांप सोशल एनिमल नहीं होते हैं। न वे समुदाय में रहते हैं और न ही दोस्त बनाते हैं। यहां तक कि वे अपने बच्चों की भी ज्यादा परवाह नहीं करते हैं। स्तनधारी जीव प्यार, आनंद, ईष्या जैसी भावनाओं को अच्छी तरह से व्यक्त कर सकते हैं लेकिन सांप इस तरह की फीलिंग को व्यक्त नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि इमोशन होने के बाद भी सांपों की फीलिंग्स थोड़ी अलग तरह की है।

चिड़ियों और स्तनधारी जानवरों में देखा जाता है कि वे आंखों के मूवमेंट और चेहरे के भावों से एक दूसरे से संवाद करते हैं। सांपों में ऐसी खूबी नहीं होती है, ऐसे में वे एक्सप्रेस नहीं कर पाते हैं। उनकी बॉडी लैंग्वेज को समझना भी मुश्किल होता है। गुस्से में फुफकारने वाला रवैया तो हम जानते ही हैं। अगर वे असुरक्षित महसूस करते हैं तो खतरे वाली चीज को लपेटने की कोशिश करते हैं। यह एक तरह से उनके हमले का तरीका है। हालांकि प्यार और आनंद जैसी भावनाओं को समझना काफी जटिल होता है। एक्सपर्ट का मानना है कि सांप इन भावनाओं को व्यक्त नहीं कर पाते हैं क्योंकि इससे उन्हें कोई फायदा नहीं होता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि सांप आत्मनिर्भर ज्यादा होते हैं।

कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि सांप प्रेम दिखाते हैं। उनके प्रेम दिखाने का एक तरीका सिर रगड़ना हो सकता है। वे उस चीज में सिर रगड़ते हैं जिसके प्रति उन्हें प्रेम भाव दिखाना होता है। इसे जानवरों या इंसानों में दुलार के तौर पर देखा जाता है। इसके अलावा, सांप अपनी भावनाएं व्यक्त करने के लिए ऑब्जेक्ट से खुद को लपेट लेते हैं। कुछ मामलों में फुफकारना भी प्रेम जताने का तरीका हो सकता है। यह भी समझने की जरूरत है कि सांप का सांपों से प्रेम जताने का अपना तरीका होता है, वे इंसानों के प्रति ये भावनाएं व्यक्त करेंगे या नहीं, कहा नहीं जा सकता।

सांपों की सैकड़ों प्रजातियां होती हैं। इनमें से कई प्रजातियों के सांप उनके दोस्त भी होते हैं और उनका रवैया भी थोड़ा अलग होता है। इसको लेकर अलग-अलग शोध और उतने ही दावे हैं। इस हिसाब से देखें तो नाग-नागिन के दावे को सिरे से झुठलाया नहीं जा सकता है। मादा के लिए दो नर सांपों की फाइट भी देखने को मिलती है। नेशनल ज्यॉग्राफिक ने कुछ समय पहले इसका एक वीडियो भी शेयर किया था। इसमें दो सांप आपस में भिड़ते और एक दूसरे को लपेटते दिखाई देते हैं। ये एक मादा सांप के लिए एक दूसरे के दुश्मन बन गए थे।

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