नई दिल्ली
चीन के साथ सीमा विवाद के बीच रक्षा अधिग्रहण परिषद ने हेलिना एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल, लॉन्चर और संबद्ध सहायक उपकरण की खरीद के लिए आवश्यकता की स्वीकृति प्रदान की है। इसे उन्नत व हल्के हेलीकाप्टर (एएलएच) में एकीकृत किया जाएगा। शिवालिक वर्ग के जहाजों के लिए ब्रह्मोस लॉन्चर और फायर कंट्रोल सिस्टम और डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकासित मिसाइल सिस्टम की खरीद के लिए भी मंजूरी दी गई है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यह हेलिना एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल दुश्मन के खतरे का मुकाबला करने के लिए एएलएच के शस्त्रीकरण का एक अनिवार्य हिस्सा है। इसके शामिल होने से भारतीय सेना की आक्रामक क्षमता मजबूत होगी।
रक्षा अधिग्रहण परिषद ने दी हरी झंडी
मंगलवार को रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 4,276 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में 10 जनवरी, 2023 को आयोजित रक्षा अधिग्रहण परिषद की एक बैठक में 4,276 करोड़ रुपये की राशि के तीन पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति दी गई। सभी तीन प्रस्तावों में भारतीय सेना के दो और भारतीय नौसेना का एक प्रस्ताव (भारतीय-आईडीडीएम) श्रेणी के अंतर्गत हैं।
आईआर होमिंग मिसाइल प्रणाली की खरीद
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, रक्षा अधिग्रहण परिषद ने डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकास के तहत वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम आईआर होमिंग मिसाइल प्रणाली की खरीद के लिए भी मंजूरी दी। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय का मानना है कि उत्तरी सीमाओं के साथ हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए प्रभावी वायु रक्षा (एडी) हथियार प्रणालियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यह पोर्टेबल हैं और ऊबड़-खाबड़ इलाकों और समुद्री क्षेत्र में तेजी से तैनात की जा सकती हैं।
ब्रह्मोस लॉन्चर और फायर कंट्रोल सिस्टम भी खरीदेंगे
वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम की खरीद, एक मजबूत और शीघ्र तैनाती योग्य प्रणाली के रूप में, वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करेगी। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि, रक्षा अधिग्रहण परिषद ने भारतीय नौसेना के लिए शिवालिक वर्ग के जहाजों और अगली पीढ़ी के मिसाइल वेसल्स के लिए ब्रह्मोस लॉन्चर और फायर कंट्रोल सिस्टम की खरीद के लिए मंजूरी दे दी है। उनके शामिल होने से, इन जहाजों में समुद्री हमले के संचालन को अंजाम देने, दुश्मन के युद्धपोतों और व्यापारिक जहाजों को नष्ट करने और नष्ट करने की क्षमता बढ़ जाएगी।