राजस्थान में सरकार रिपीट के लिए कांग्रेस ने अपनाया ये फॉर्मूला , नेताओं का रिकॉर्ड जुटाकर बनाई जा रही ऐसे रणनीति

जयपुर

राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को रिपीट करने के लिए संगठन ने तैयारियां तेज कर दी है। विधानसभा चुनाव में अभी 8 से 9 महीने का समय शेष है लेकिन प्रत्याशियों की तलाश अभी से शुरू कर दी गई है। कांग्रेस ने उन नेताओं, विधायकों, प्रत्याशियों और पदाधिकारियों का रिकॉर्ड जुटाना शुरू कर दिया है जो अपने विधानसभा क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। प्रदेश प्रभारी सुखजिन्द्र सिंह रंधावा यह साफ कर चुके हैं कि पार्टी में सक्रिय रहते हुए जिन नेताओं, पदाधिकारियों ने आमजन के बीच ज्यादा से ज्यादा समय बिताया हो और सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में आगे रहें हो। उन नेताओं की सूची तैयार की जा रही है। यह सूची कांग्रेस आलाकमान को भेजी जाएगी। पार्टी हाईकमान इसी सूची के आधार पर आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण करेगी।

हर बूथ पर प्रदेश नेतृत्व की नजर
बीजेपी की तर्ज पर कांग्रेस ने भी हर बूथ को टारगेट किया है। प्रदेश के 54 हजार बूथों पर पार्टी की पूरी नजर है। पहले भारत जोड़ो यात्रा और अब हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के तहत पार्टी हर व्यक्ति तक संपर्क कर रही है। इससे पार्टी की मजबूती बढेगी। सरकार की योजनाओं और कांग्रेस की स्ट्रेटजी आमजन तक पहुंचेगी। रंधावा ने कहा कि हाथ से हाथ जोड़ो अभियान के समापन के बाद पार्टी का प्रदेश नेतृत्व ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों के साथ बैठकर बूथ और मजबूत करने पर चर्चा करेंगे। पार्टी का पूरा फोकस बूथ के जरिए सत्ता में वापसी का है।

11 ब्लॉक अध्यक्ष, 10 निकायों में नेता प्रतिपक्ष की नियुक्तियां
कांग्रेस संगठन को मजबूत और सक्रिय करने के लिए ब्लॉक और मंडल स्तर पर नियुक्तियों का सिलसिला जारी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने शुक्रवार 10 मार्च को 11 ब्लॉक अध्यक्ष, 10 निकायों में नेता प्रतिपक्ष और 18 नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों की नियुक्ति की है। कांग्रेस के 400 में से 350 ब्लॉकों में अध्यक्षों की नियुक्ति की जा चुकी है। शेष रहे ब्लॉकों में भी अध्यक्षों की घोषणा शीघ्र की जाएगी।कांग्रेस प्रदेश के गांव ढाणी में रहने वाले हर व्यक्ति तक पहुंच बनाने का प्रयास कर रही है। यह बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने कैसा शासन दिया है और बीजेपी ने मूल मुद्दों से कैसे लोगों का ध्यान भटकाया है।

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