जबलपुर
बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। पिछले दो दिनों से उनकी कथा मध्य प्रदेश के जबलपुर में चल रही है। यहां उन्होंने कहा है कि उन्हें अपने जन्म पर अफसोस है। इतना ही नहीं, उन्होंने जबलपुर के लोगों को पागल भी बताया है। उनके ये बयान एक बार फिर वायरल हो रहे हैं।
‘सभी पागलों को मेरा प्रणाम’
धीरेंद्र शास्त्री जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट से पनागर के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले मां नर्मदा को प्रणाम किया। फिर उन्होंने लोगों का अभिवादन किया और कहा कि पनागर के पागलों को प्रणाम। पंडाल में जिनको जगह नहीं मिली, उनकी जय। घर में बैठे आलसियों की जय। उनकी यह बात सुनकर पंडाल में बैठे लाखों लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे। धीरेंद्र शास्त्री यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि जबलपुर में भक्ति की गंगा निरंतर बहती रहती है। यहां कई महापुरुष आए, जिन्होंने भक्ति का रस लुटाया है। आज मुझ जैसे पागल को भी यह मौका मिला है।
समलैंगिक विवाह पर विवादित बयान
प्रवचन के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने जन्म पर भी अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि उन्हें इस युग में अपने जन्म पर अफसोस है। समलैंगिक विवाह (LGBT) की चर्चा करते हुए कहा कि हमारा जन्म ऐसे युग में हुआ, जब लड़का ही लड़का से शादी कर रहा है। आजकल उल्टा जमाना आ गया है। हनुमान जी ऐसे उल्टे जमाने से बचाएं। आजकल तो लड़के ही लड़के से ब्याह कर रहे हैं। बिटिया की शादी बिटिया से ही हो रही है।
इस युग में जन्म पर अफसोस
बागेश्वर सरकार ने आगे कि पहले का जमाना बहुत अच्छा था। तब शादियां लड़के और लड़की की होती थी। अब तो कार्ड में देखना पड़ता है कि लड़के की शादी लड़की से हो रही है या लड़के से। उन्होंने समलैंगिक विवाह को मान्यता देने के लिए सरकार पर सवाल उठाए। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि सरकार ने ऐसी शादी को मान्यता देकर हद कर दी। विचित्र समय आ गया है। विदेशों में तो ऐसी शादियां खूब होती हैं, लेकिन भारत में ऐसा नहीं चलता। अब तो हनुमान जी महाराज ही बचा सकते हैं।
अक्सर देते हैं विवादित बयान
धीरेंद्र शास्त्री के बयान से समलैंगिक समुदाय की नाराजगी की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, वे अक्सर इस तरह के विवादित बयान देते रहते हैं। ऐसे ही एक बयान को लेकर हाल में राजस्थान में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।