‘मेड इन तिहाड़’ हथियारों से जेल में हो रहे मर्डर, एक महीने में 53 बार चेकिंग में हुए खुलासे

नई दिल्ली,

देश की सबसे सुरक्षित जेल तिहाड़ में महज 20 दिन के भीतर हाई सिक्योरिटी वार्ड में जिस तरह से दो कैदियों की बेरहमी से हत्या कर दी गई, उसके बाद तिहाड़ जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. जेल प्रशासन अब इस बात की जांच करेगा कि टिल्लू ताजपुरिया के मामले में कैसे चूक हो गई.

2 मई को इसी जेल में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का 2 मिनट 49 सेकंड का एक वीडियो समाने आया है, जिसने तिहाड़ के पूरे सुरक्षा सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है. अगर ऐसे हालत हाई सिक्योरिटी वार्ड के हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाकी वार्ड की क्या हालत होगी. हमला करने वाले सभी कैदियों के पास मेड इन तिहाड़ हथियार थे, जिससे 2 मिनट में टिल्लू पर 70 से ज्यादा बार वार किए गए. सूत्रों के मुताबिक पहले जेल के अंदर लगी खिड़कियों और एग्जॉस्ट फैन की पत्तियां को तोड़ा गया, उसके बाद पत्थर पर पत्तियां को कई दिनों तक घिसकर उन्हें नुकीला बनाया गया. हालांकि टिल्लू हत्याकांड में ग्रिल तोड़कर और सूए से हत्या की गई है.

वहीं 9 मार्च को तिहाड़ जेल प्रशासन ने घूम रहे कैदियों के पास से 23 सर्जिकल ब्लेड बरामद किए गए थे. इसके अलावा कैदियों के पास से दो टच मोबाइल भी मिले थे. जिस जेल के हाई सिक्योरिटी वार्ड में टिल्लू की हत्या हुई, सिर्फ इस जेल में अप्रैल में ही करीब 50 मेड इन तिहाड़ हथियार बरामद किए जा चुके हैं. अप्रैल में ही प्रशासन ने 53 बार चेकिंग की थी. इस दौरान 22 तैयार हथियार मिले, जबकि 32 हथियारों को नुकीला या धारदार करना बाकी था.वहीं 14 अप्रैल की शाम तिहाड़ जेल में हुई गैंगवार में गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या कर दी गई थी. उस पर चाकू जैसे धारदार हथियार से छह से ज्यादा वार किए गए थे.

तिहाड़ में किए जा सकते हैं ये बदलाव
दिल्ली में तिहाड़ के बाद रोहिणी में और मंडोली में भी जेल बनाई गई है. तिहाड़ में कुल 9, रोहिणी में एक और मंडोली में 6 जेल हैं. इनमें ज्यादातर जेल की बिल्डिंग पुरानी है. सिर्फ आठ और नौ संख्या की जेल की बिल्डिंग ही नई है. अब सभी बैरक को दो मंजिला बनाने को लेकर मंथन चल रहा है. इसके अलावा क्षमता बढ़ाने की कवायद जारी है. वहीं हाई सिक्योरिटी वार्ड की सुरक्षा को रिव्यू किया जाएगा.

जेल से होता है सुपारी किलिंग का क्राइम
तिहाड़ जेल में बंद होने के बावजूद भी अपराधी बहुत आराम से अपनी गैंग चलाते हैं. यह जेल से ही जबरन उगाही, सुपारी किलिंग जैसे क्राइम करते हैं. तिहाड़ में बंद लॉरेंस बिश्नोई पर ही सिद्धू मुसेवाला की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. बताया गया कि कत्ल के बाद उसे जेल में फोन पर इसकी जानकारी भी दी गई थी.

जेल में बंद हैं कई बड़े गैंगस्टर
तिहाड़ में हाशिम बाबा, काला जठेड़ी, नासिर उर्फ छेनू, अनिल भाटी, दीपक बॉक्सर, संपत नेहरा, नीरज बवानिया, रोहित मोई, नवीन बाली, रोहित चौधरी के अलावा छोटा राजन भी तिहाड़ जेल में बंद है.

कई बार लगा साख पर बट्टा
तिहाड़ जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर के मामले में कई बार साफ हो चुका है कि अगर आपकी जेब में पैसा है तो जेल में सारी सुविधाएं जुटाई जा सकती हैं. वहीं दिल्ली के पूर्व मंत्री सतेंद्र जैन के वीडियो से भी साफ हो चुका है कि सत्ता की ताकत से जेल में आपके लिए बहुत कुछ संभव है.

 

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