मुंबई
शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सबकी भावनाओं को देखते हुए इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया। इससे पहले उनके समर्थकों ने उनका इस्तीफा देने के फैसले को ठुकरा दिया था और उनसे इस पद पर बने रहने की गुजारिश की थी। 82 साल के नेता ने कहा था कि वो 199 से जबसे पार्टी बनी, तब से इस पर हैं। फैसले पर दोबारा विचार करने के बाद उन्होंने कहा कि वो एनसीपी अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे।
वाईबी चव्हाण संस्थान में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शरद पवार ने कहा कि मेरे सार्वजनिक जीवन का रहस्य यह है कि लोग मुझे बताते हैं। मैं आपकी भावनाओं का अपमान नहीं कर सकता। आप लोगों ने जो प्यार और विश्वास दिखाया उससे मैं अभिभूत हो गया। आप सभी से अपील है कि मेरे फैसले से परहेज करें और साथ ही राष्ट्रवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक में उनकी ओर से लिए गए फैसले से मुझे अवगत कराया गया। इन सब पर विचार करते हुए मैं इस फैसले का सम्मान करते हुए अपना निर्णय (इस्तीफा देने का) वापस ले रहा हूं कि मुझे फिर से अध्यक्ष पद पर बने रहना चाहिए।
वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से हटने का फैसला किया था। मैं जिम्मेदारी से मुक्त होना चाहता था। लेकिन मेरे निर्णय ने लोगों में एक मजबूत भावना पैदा की। एनसीपी के कई कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों सहित लोगों में काफी बेचैनी थी। मुझे फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए, मेरे शुभचिंतक, निःस्वार्थ प्रेम कार्यकर्ता, असंख्य प्रशंसक संगठित और सर्वसम्मति से मुझसे अपील की। कुछ व्यक्तिगत रूप से मिले। देश भर के अलग-अलग दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खासकर महाराष्ट्र से, ने मुझसे अध्यक्ष की जिम्मेदारी फिर से लेने का अनुरोध किया। पवार ने कहा कि मैं सभी के फैसले का सम्मान करते हुए अपना फैसला वापस ले रहा हूं।