इमरान खान को मिलेगी मौत की सजा! PAK सेना ने सबसे खतरनाक कानून में दर्ज किया केस

इस्‍लामाबाद

पाकिस्‍तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया और पूर्व पीएम इमरान खान के खिलाफ पाकिस्‍तान आर्मी एक्‍ट के सेक्‍शन 59, 60 के तहत केस दर्ज किया गया है। जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक इसका ट्रायल मिलिट्री समरी कोर्ट में होगा। बताया जाता है कि इस एक्‍ट के तहत दर्ज केस में दोषी साबित होने पर या तो मौत की सजा मिलती है या फिर उम्र कैद होती है। यह केस पाकिस्‍तानी सेना के मुखिया जनरल आसिम मुनीर के उस बयान के बाद दर्ज किया गया है जिसमें उन्‍होंने मिलिट्री संस्‍थानों पर हमले करने वालों के खिलाफ सख्‍त सजा देने की चेतावनी दी है।

कुलभूषण जाधव पर भी इसके तहत दर्ज केस
दिलचस्‍प बात है कि जिस एक्‍ट के तहत इमरान पर केस दर्ज किया गया है भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव पर भी उसी के तहत मुकदमा चलाया गया था। पाकिस्‍तान आर्मी एक्‍ट के सेक्‍शन 59 के तहत सिर्फ मौत की सजा का प्रावधान है। इस कानून का प्रयोग असैन्‍य अपराधों पर किया जाता है। एक्‍ट के मुताबिक मानवता के मौलिक अधिकारों में घुसपैठ करने पर एक व्यापक तौर पर कानूनी कार्रवाई की शर्त रखी जाती है। पाकिस्तानी आर्मी एक्‍ट के बाकी सहायक सेक्‍शन और सब सेक्‍शंस के साथ इसे जोड़ा जाता है। ऐसा माना जाता है कि पाकिस्तान की सेना मानवाधिकार कार्यकर्ताओं, वकीलों, पत्रकारों, स्वयं सैनिकों की सदस्यों की आवाज दबाने के लिए इसका जमकर प्रयोग करती है।

आर्मी चीफ ने दी वॉर्निंग
नौ मई को इमरान खान को इस्‍लामाबाद हाई कोर्ट से गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद से पूरे देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे। पाकिस्‍तान सेना के मुखिया जनरल आसिम मुनीर ने उपद्रव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। जनरल मुनीर ने देशभर में तोड़फोड़ की योजना बनाने वालों, उकसाने वालों, भड़काने वालों और इसे अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाने की बात कही थी। उन्‍होंने कहा था कि मिलिट्री अपने प्रतिष्ठानों की पवित्रता और सुरक्षा का उल्लंघन करने या तोड़फोड़ करने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेंगी।

मिलेगी सख्‍त से सख्‍त सजा
उनका कहना था कि ऐसा करने वालों, प्रदर्शनकारियों को उकसाने वालों, भड़काने वालों और बर्बरता करने वालों को सख्‍त सजा दी जाएगी। सीओएएस ने कोर के अधिकारियों को भी संबोधित किया और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बढ़ते खतरों पर जोर दिया। सीओएएस के हवाले से कहा गया, हम शांति और स्थिरता के अपने प्रयासों को जारी रखेंगे और प्रक्रिया को खराब करने वालों के लिए कोई जगह नहीं होगी।

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