इस्लामाबाद
पाकिस्तान में एक तरफ शरबाज सरकार और सेना ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू दिया है, वहीं दूसरी तरह कोर्ट से एक बार फिर इमरान खान को राहत मिली है। लाहौर की एंटी टेररिज्म कोर्ट ने इमरान को 2 मामलों में जमानत दे दी है। इनमें से एक मामला जिन्ना हाउस अटैक से जुड़ा है। फिलहाल कोर्ट की ओर से 2 जून तक के लिए जमानत दे दी गई है। इधर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान के लाहौर स्थित आवास को सुरक्षाकर्मियों ने घेर लिया है। दावा किया जा रहा है कि इमरान के घर 30-40 आतंकी छिपे हुए हैं। इनकी मदद से इमरान सेना की कार्रवाई से बचे रहना चाहते हैं।
नमाज के बाद पुलिस कर सकती है कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक इमरान खान को पुलिस की ओर से 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया था। यह समय पहले ही खत्म हो चुका है। पुलिस इन आतंकियों को पकड़ने के लिए जुमे की नमाज के बाद कार्रवाई कर सकती है। इमरान खान के आवास पर उनकी अनुमति के बाद कैमरों के सामने आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जाएगा।
लाहौर के कमिश्नर की निगरानी में इमरान के घर के पास एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा। कहा जा रहा है कि एक प्रतिनिधिमंडल इमरान से मिलने जाएगा। हालांकि इमरान खान के सूत्रों का कहना है कि प्रतिनिधिमंडल के साथ 400 पुलिसकर्मी भी मौजूद होंगे। अगर इमरान खान के साथ बात नहीं बनती है तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
सेना भी इमरान से नाराज
कहा जा रहा है कि शरबाज सरकार से अलावा सेना भी इमरान खान से नाराज है। 9 मई को पाकिस्तान में जो हिंसा हुई उसमें लाहौर में सेना के कोर कमांडर के घर को भी निशाना बनाया गया था। प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में जमकर तोड़फोड़ की थी। इसके अलावा सेना के खिलाफ भी नारेबाजी की गई थी। सूत्रों का कहना है कि इमरान खान को दो टूक कहा गया है कि अगर उन्हें कार्रवाई से बचना है तो वह लंदन रवाना हो जाएं। अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ आर्मी एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।