राजस्थान में वंदे भारत से टकराया सांड, डैमेज हो गया ट्रेन का अगला हिस्सा

दौसा,

नई दिल्ली से अजमेर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दौसा में हादसे का शिकार हो गई. यह ट्रेन कोलवा और अरनिया रेलवे स्टेशन के बीच गादरवारा ब्राह्मणान गांव के पास हादसे का शिकार हुई है. बताया जा रहा है कि ट्रेन के आगे सांड आ गया था, जिससे ट्रेन के आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.

जानकारी के अनुसार, सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस एक बार फिर हादसे का शिकार हो गई है. दौसा में वंदे भारत ट्रेन के आगे सांड आने के कारण ट्रेन का आगे का बोनट डैमेज हो गया है. ये कोई पहला मामला नहीं है, जब वंदे भारत ट्रेन इस तरह हादसे का शिकार हुई है. पायलट ने इस दौरान इमरजेंसी ब्रेक भी लगाए. हालांकि इस घटना में यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं.

घटना के बाद करीब 15 मिनट तक ट्रेन मौके पर खड़ी रही. इसके बाद इस क्षतिग्रस्त ट्रेन को ही अजमेर की ओर रवाना किया गया. यह हादसा दौसा में कोलवा और अरनिया रेलवे स्टेशन के बीच हुआ है.

ग्वालियर में गाय के टकराने से खुल गया था ट्रेन का बोनट
इससे पहले दिल्ली से भोपाल जा रही ट्रेन ग्वालियर में हादसे का शिकार हो गई थी. यहां ट्रेन के सामने गाय के आ जाने से हादसा हो गया था. गाय के टकराने से ट्रेन का बोनट खुल गया था और अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. हादसे के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन करीब 15 मिनट तक ग्वालियर के डबरा स्टेशन पर खड़ी रही थी. इस दौरान ट्रेन को देखने के लिए आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई थी. रेलवे के टेक्निकल स्टाफ ने स्टेशन पर ही बोनट को ठीक किया था, जिसके बाद ट्रेन रवाना कर दी गई थी.

1 अप्रैल को पीएम मोदी ने दिखाई थी हरी झंडी
दिल्ली से भोपाल के रूट पर 1 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. वंदे भारत एक्सप्रेस से भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली स्टेशन तक के सफर में 7 घंटे और 50 मिनट का समय लगता है.

मवेशियों के टकराने की घटनाओं को लेकर चिंतित है रेलवे
वंदे भारत ट्रेन से मवेशियों के टकराने की घटनाओं को लेकर रेलवे प्रशासन बेहद चिंतित है. ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कई तरह की कोशिशें जारी हैं. भारतीय रेलवे इन दिनों आधुनिकता पर जोर दे रहा है. रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड किया जा रहा है. नई-नई हाई स्पीड ट्रेनें लॉन्च हो रही हैं. इसी कड़ी में सरकार ने भविष्य में पूरे भारत में 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाने का फैसला किया था.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के करीब 1600 डिब्बों का निर्माण किया जाएगा. इनमें से प्रत्येक पर आठ करोड़ से नौ करोड़ रुपये की लागत आएगी. सरकार के मुताबिक, नई वंदे भारत ट्रेनें 200 किमी प्रति घंटे (किमी प्रति घंटे) की अधिकतम गति प्राप्त करने में सक्षम होंगी.

 

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