‘कांग्रेस छोड़ने वालों का हाल सबको पता है’, सचिन पायलट पर स्टेट इंचार्ज का हमला

जयपुर

राजस्थान कांग्रेस में जारी घर की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. पायलट खेमे के साथ चल रही ये कलह हर दिन नए आरोपों-प्रत्यारोपों के साथ आगे बढ़ रही है. इसी बीच शनिवार को कांग्रेस के स्टेट इंचार्ज सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पायलट खेमे को एक स्पष्ट संदेश देते हुए उन्हें अतीत की याद दिलाई है. रंधावा ने कहा, अतीत में पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने कैसा प्रदर्शन किया था, इसे भूलना नहीं चाहिए. रंधावा ने जयपुर में कहा, जो कांग्रेस छोड़ते हैं, सब उनका हाल जानते हैं.

जयपुर पहुंचे सुखजिंदर सिंह रंधावा
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शनिवार को जयपुर पहुंचे. यहां उन्होंने, मीडिया से सचिन पायलट के सवाल पर बात करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी को बाहर नहीं निकलती. खास कर के जो पुराने नेता हैं. लेकिन सबको पता है जो कांग्रेस छोड़कर जाते है उनका क्या हाल हुआ. आप तब कहते कि पार्टी ने आपकी बात नहीं सुनी, आप अपनी बात पार्टी फोरम में उठाते. इसके साथ ही उन्होंने सचिन पायलट की यात्रा को लेकर कहा, यात्रा करनी चाहिए, पर उसकी टाइमिंग ठीक नहीं थी. ऐसे कर्नाटक चुनाव के समय यात्रा नहीं करनी चाहिए थी.

हर व्यक्ति का सम्मान करती है कांग्रेस
उन्होंने कहा, “पार्टी कभी किसी को निकालना नहीं चाहती. कांग्रेस ऐसी पार्टी है जो हर व्यक्ति का सम्मान करती है और लंबे समय तक साथ देने वालों को कभी छोड़ना नहीं चाहती. कांग्रेस ने किसी को नहीं निकाला और जो लोग हैं उनका हाल तो आप सभी जानते ही हैं.” कांग्रेस छोड़ दी, ”उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा.

रंधावा ने केंद्र सरकार और बीजेपी पर भी तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार सात साल तक 2,000 रुपये का नोट नहीं चला सकी, वह पूछ रही है कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया. असल में हाल ही में सचिन पायलट ने जयपुर में अपनी पांच दिवसीय जन संघर्ष यात्रा का समापन किया था और इस मौके पर उन्होंने राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को भंग करने और इसके पुनर्गठन, सरकारी परीक्षा पेपर लीक से प्रभावित हर युवा को मुआवजा देने और परीक्षा आयोजित कराने समेत तीन मांगें सरकार के सामने रखी थीं. इसके साथ ही उन्होंने मांग उठाई कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की उच्च स्तरीय जांच हो.

यात्रा निकालना ठीक, लेकिन टाइमिंग गलत
उन्होंने मई के अंत तक अपनी मांगें पूरी नहीं होने पर आंदोलन शुरू करने की धमकी दी है. इस यात्रा पर ही रंधावा ने कहा कि, “मैं आज भी कहता हूं कि यह एक व्यक्तिगत यात्रा थी. कांग्रेस का इससे कोई लेना-देना नहीं है. यात्रा निकाली जानी चाहिए लेकिन कर्नाटक में विधानसभा चुनाव चल रहे हों और इस दौरान ये यात्रा निकाली गई, इसे मैं ठीक नहीं मानता हूं.

इसके अलावा रंधावा ने कहा कि पिछली राजे सरकार के कार्यकाल में कथित भ्रष्टाचार की बात करने वालों को यह भी कहना चाहिए कि संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले में “(केंद्रीय मंत्री) गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसे मुद्दे को भी उठाया जाना चाहिए.” उनको यह भी कहना चाहिए कि अभी तक गजेंद्र सिंह शेखावत के संजीवनी घोटाले में कार्रवाई नहीं हो रही है. वसुंधरा राजे के समय का करप्शन है तो उसकी भी टाइम बाउंड जांच होनी चाहिए. पायलट को संजीवनी घोटाले में गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ कार्रवाई की बात भी करनी चाहिए थी.

आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में कांग्रेस नेताओं की खींचतान के असर पर रंधावा ने कहा, ‘राजनीति में न कोई स्थाई दुश्मन होता है और न कोई स्थाई दोस्त. “यह भाजपा द्वारा ऐसी बातें फैलाने का प्रयास है जैसे कांग्रेस में एकता नहीं है, कांग्रेस काम नहीं कर रही है और कांग्रेस के नेताओं के बीच मतभेद हैं.” रंधावा ने आगे कहा, ‘बीजेपी भारत को कांग्रेस मुक्त बनाने की बात करती है लेकिन हमने दक्षिण भारत को बीजेपी मुक्त कर दिया है और उसके बाद हम उत्तर भारत को बीजेपी मुक्त करेंगे.’

रंधावा ने 2,000 रुपये के नोट का चलन बंद करने की घोषणा को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘जो सरकार सात साल में 2000 रुपये का नोट नहीं चला सकी, वह कांग्रेस से पूछ रही है कि उसने सत्तर साल में क्या किया. ये (नोट) सात साल भी नहीं चल सके. कांग्रेस ने 70 साल देश चलाया, इसने देश को दुनिया में नंबर वन की पोजिशन पर पहुंचा दिया. इसका जवाब बीजेपी वाले देंगे, उनसे पूछा जाना चाहिए कि सात साल में नोट नहीं चला पाए, देश कैसे चलाएंगे.

 

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