भोपाल,
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आवारा कुत्तों का आतंक जारी है. इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं. इस समस्या को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और उमा भारती ने सीएम मोहन यादव को एक पत्र लिखा है. उन्होंने भोपाल में आवारा कुत्तों के आतंक पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने अपने इस पत्र में भोपाल में पिछले दो सप्ताह में कुत्ते के काटने की वजह से हुई दो बच्चों की मौत का मामला उठाया है.
उमा भारती ने पत्र में बताया कि भोपाल में जिन दो बच्चों को कुत्तों ने खा लिया है, उनके परिवार से उन्होंने बात की. उनसे बात करने के बाद यह सामने आया कि वे जिन कंपनियों में निर्माण कार्य कर रहे हैं वह कंपनियां अपने यहां कार्यरत मजदूरों के बच्चों और महिलाओं के संबंध में सरकार की बनाई श्रमिक नीति का स्वयं पालन नहीं कर रही हैं.
उमा ने बताया कि इन मजदूरों के परिवार अत्यधिक साधनहीन परिवार हैं. कंपनी द्वारा सरकार के श्रम कानून के उल्लंघन की बात करते हुए उमा ने लिखा कि जिस प्रकार से निर्माण स्थल पर कार्यरत मजदूर दंपती के 7 माह के बच्चे को कुत्ते खींचकर ले गए और उसे खा लिया, इसे कंपनी की भी आपराधिक लापरवाही माना जाना चाहिए. हमारे देश में गरीबों के जिन्दा बच्चों को कुत्ते खा जाएं, यह हमारे पूरे देश और समाज की व्यवस्था के लिए कलंक है.
पत्र में अपनी बात लिखते हुए उमा भारती ने सीएम से आग्रह किया है कि इस समस्या का एक व्यावहारिक समाधान निकाला जाना चाहिए. उमा ने इस समाधान में अड़चन बनने वाले और नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर भी तुरंत कार्रवाई कर नियमानुसार कठोरतम दंड दिए जाने की बात अपने पत्र में लिखी है.