अहमदाबाद
आम आदमी पार्टी (आप) छोड़कर बीजेपी में शामिल हो पूर्व विधायक भूपत भायाणी के खिलाफ पाटीदार नेता रेश्मा पटेल ने मोर्चा खोल दिया है। आम आदमी पार्टी की गुजरात प्रदेश की महिला अध्यक्ष रेश्मा पटेल ने ऐलान किया है पार्टी के टिकट पर जीतने के बाद इस्तीफा देकर भूपत भायाणी ने विसावदर के लोगों को विश्वास तोड़ा है। रेश्मा पटेल ने ऐलान किया है वह भूपत भायाणी के बीजेपी में शामिल होने के मौके पर विरोध प्रदर्शन करेंगी। रेश्मा पटेल के ऐलान से गुजरात की राजनीति गरमा गई है। 2022 के विधानसभा चुनावों में भूपत भायाणी ने जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट से आप के टिकट पर जीत हासिल की थी, लेकिन भूपत भायाणी ने 13 दिसंबर को एक साल पूरा होने पर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देते हुए आप छोड़ दी थी। भूपत भायाणी ने आराेप लगाया था कि आप एक राष्ट्रवादी पार्टी नहीं है।
विश्वासघात पर विरोध का ऐलान
आम आदमी पार्टी की गुजरात प्रदेश के अध्यक्ष रेश्मा पटेल फायरब्रांड नेता के तौर जानी जाती है। रेश्मा पटेल ने ऐलान किया कि वह भूपत भायाणी के बीजेपी में शामिल होने के मौके पर विरोध प्रदर्शन करेंगी। भूपत भायाणी ने अपने विसावदर विधानसभा क्षेत्र के भेसाण में एक कार्यक्रम रखा है। इसमें वह बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। आप की महिला प्रदेश अध्यक्ष रेश्मा पटेल का कहना है कि भूपत भायाणी न सिर्फ विसावदर के लोगों का भरोसा तोड़ा है बल्कि पार्टी क कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत के साथ छल किया है। रेश्मा पटेल ने पार्टी से गद्दारी करने पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान कर दिया है।
BJP को हराकर जीते थे भायाणी
2022 के विधानसभा चुनावों में भूपत भायाणी बीजेपी के उम्मीदवार हर्षद रीबड़िया को हराकर विधानसभा पहुंचे थे। भायाणी ने 7 हजार 63 वोटों से जीत हासिल की थी। हर्षद रीबड़िया 2017 में कांग्रेस की टिकट पर जीते थे, लेकिन चुनावों से ऐन पहले रीबड़िया ने विधायक पद से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था। पार्टी ने उन्हें मैदान में उतारा था लेकिन आप ने हाथों हार का सामना करना पड़ा था।
2007 में जीती थी बीजेपी
पाटीदार बहुल इस सीट पर बीजेपी को आखिरी बार 2007 में जीत मिली थी। तब पार्टी के नेमा कनु भलाला जीते थे। तब उन्होंने कांग्रेस के हर्षद रीबड़िया को हराया था। 2012 के चुनावों में यह से बीजेपी से अलग होकर गुजरात परिवर्तन पार्टी बनाने वाले दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल जीते थे। उनके निधन के बाद 2014 में उपचुनाव हुआ था तब यहां से कांग्रेस की टिकट पर हर्षद रीबडिया जीते थे। उन्होंने 2017 में जीत हासिल की थी।