हरदा
बैरागढ़ गांव में रह-रहकर अभी भी धमाके की आवाज सुनाई दे रही है। अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट के बाद बैरागढ़ गांव की तस्वीर बदल गई है। अब हर जगह तबाही का मंजर दिख रहा है। मलबे के ढेर में तब्दील मकान, गलियों में पग-पग पर बिखरे पटाखे और कबाड़ बनी गाड़ियां बैरागढ़ गांव में तबाही की कहानी बयां कर रही है। हादसे में 11 से अधिक लोगों की मौत हुई है। आसपास के जिलों की टीम वहां पहुंचकर मदद में जुट गई है। सीएम मोहन यादव लगातार भोपाल में बैठकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने भोपाल के अस्पताल में जाकर मुलाकात की है। साथ ही सभी जिलों में पटाखा फैक्ट्रियों की जांच के निर्देश दिए हैं।
हरदा जिले की बैरागढ़ में सुबह की शुरुआत आम दिनों की तरह हुई थी। बैरागढ़ इस फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को मंगलवार को सैलरी मिलनी थी। इसकी वजह से भीड़ ज्यादा थी। अचानक से अंदर से आग की लपटें उठने लगी और मौके पर भगदड़ मच गई। लोग जान बचाने की लिए इधर से उधर भागने लगे। इसके बाद तेज धमाकों की आवाज सुनाई देने लगी। बताया जा रहा है कि ब्लास्ट बारूद में आग लगने के बाद हुआ।
चारों ओर मच गई चीख-पुकार
देखते ही देखते कई किलोमीटर तक चीख पुकार मच गई। हर तरफ लोग भागते दिख रहे थे। शहर के घरों से आग की लपटें दिख रही थी। दहशत के मारे लोग घरों से बाहर आ गए क्योंकि कंपन से मकानों में दरार आ रही थी। दो घंटे से अधिक वक्त तक आग धधक रही थी। लपटें देखकर रौंगटे खड़े हो रहे थे। बैरागढ़ गांव पूरी तरह से खाली हो गया था। इस बड़े हादसे की खबर भोपाल पहुंची तो हड़कंप मच गया।
सीएम ने मंत्री और अधिकारियों को भेजे
हादसे की खबर के बाद आसपास के जिलों को अलर्ट किया गया है। वहां से त्वरित मदद पहुंचाई गई। इसके बाद हेलीकॉप्टर से परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह को अधिकारियों के साथ हरदा भेजा गया। आननफानन में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। 25 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से आग पर काबू पाया गया। इसके बाद घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाया जाने लगा।
इंदौर और भोपाल भेजे गए घायल
हादसे में 200 के करीब लोग घायल हैं। हरदा जिला अस्पताल में अधिकांश लोगों का इलाज चल रहा है। इसके साथ ही भोपाल स्थित हमीदिया, एम्स और इंदौर के एमवाय अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों को हर संभव मदद सरकार की तरफ से की जा रही है। साथ ही मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मलबे में तब्दील हो गए हैं मकान
आग की लपटें शांत होने के बाद बैरागढ़ गांव स्थित अधिकांश मकान मलबे में तब्दील हो गए हैं। कई मकानें जमींदोज हो गई हैं। वहीं, कुछ मकानों की दीवारें टूट गई हैं। जिनके बचे हैं, उनके अंदरूनी हिस्से में दरार आ गई है।इसके साथ ही गांव में मौजूद गाड़ियां जलकर पूरी तरह से खाक हो गई हैं। कई कारें, लोडिंग गाड़ियां और बाइक कबाड़ बन गई हैं। बीच-बीच में पटाखे फूटने की आवाज भी आ रही है। वहीं, गांव में अभी भी कुछ जगहों पर पटाखे बचे हैं।
गलियाों में तबाही की निशानी है। अभी भी अधजले पटाखे और बम पड़े हैं। ऐसे में टीम भी सावधानीपूर्वक रेस्क्यू कर रही है। थोड़ी सी चूक की वजह से बड़ा हादसा हो सकता है। मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है। हरदा के लोगों का कहना है कि ऐसा हादसा हमलोगों ने कभी नहीं देखा था।
जांच के लिए बनाई दो कमिटी
सीएम मोहन यादव घटना के बाद एक्शन में आ गए हैं। मोहन यादव के निर्देश पर हरदा में हुई पटाखा फेक्ट्री में विस्फोट की घटना की संपूर्ण जांच के लिए 03 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है । प्रमुख सचिव (गृह) संजय दुबे समिति के अध्यक्ष नियुक्त किए गए है। समिति के सदस्य अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक गुप्तवार्ता जयदीप प्रसाद और सचिव लोक निर्माण विभाग आर.के. मेहरा हैं।
मुआवजे के ऐलान
इसके साथ ही सीएम ने मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। घायलों को 50-50 हजार दिए जाएंगे। साथ ही फ्री में उनका इलाज किया जाएगा। सीएम ने कहा कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है। साथ ही मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपए का मुआवजा देने का ऐलान किया है।