तेजस्वी के फास्ट फ्रेंड, फिलॉस्फर और गाइड! कौन हैं संजय यादव, राज्यसभा भेज रही RJD

पटना

तेजस्वी यादव ने अपने फास्ट फ्रेंड, फिलॉस्फर और गाइड संजय यादव को तोहफे में राज्यसभा की सांसदी दी। तेजस्वी के राजनीतिक सलाहकार के तौर पर भी संजय यादव उनका काम देखते हैं। मगर, सलाहकार से ज्यादा वो तेजस्वी के जिग्री दोस्त हैं। सबसे बड़े राज़दार हैं। टीनएज के जमाने के दोस्त हैं। दोनों अब भी अपनी दांतकट्टी दोस्ती को निभाते हैं। एक कॉमन फ्रेंड के जरिए दोनों का इंट्रोडक्शन हुआ, जो समय के साथ फ्रेंडशिप में बदली और मेच्योर होती चली गई। वैसे, संजय यादव मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं। मगर, ज्यादातर वक्त वो पटना में ही रहते हैं।

फ्रेंड, फिलॉस्फर और गाइड संजय यादव
सार्वजनिक तौर पर संजय यादव और तेजस्वी यादव को साल 2012 से देखा जा रहा है। कहा जाता है कि तेजस्वी के लिए उनके राजनीतिक सलाहकार, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक सबकुछ संजय यादव हैं। पिछले 12 साल से दोनों साथ हैं। तेजस्वी यादव जब क्रिकेटर हुआ करते थे तो किसी कॉमन फ्रेंड ने उनसे मिलवाया था। कंप्यूटर साइंस में मास्टर डिग्री के साथ एमबीए संजय एक कंपनी में नौकरी किया करते थे। मगर, सोशल पॉलिटिक्स में उनकी इंट्रेस्ट शुरू से ही रही।

कहा जाता है कि संजय यादव की तेजस्वी से पहली मुलाकात आईपीएल के दौरान हुई थी। तब, दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए तेजस्वी खेला करते थे। मोबाइल नंबर लेन-देन के बाद बात आई गई हो गई। जब, लालू यादव ने वारिस के तौर तेजस्वी को प्रमोट करना शुरू किया तो उनको हमउम्र दोस्त की कमी खलने लगी। दिनभर अपने से ज्यादा उम्र के लोगों को डील करना तेजस्वी को बोर करता था। फिर उन्होंने संजय यादव को पटना बुला लिया। तब, संजय यादव एक आईटी कंपनी में जॉब करते थे। तेजस्वी के कहने पर नौकरी छोड़कर राजनीतिक काम लगे।

तेजस्वी के साथ साए की तरह रहते हैं संजय
तेजस्वी यादव के साथ संजय यादव साए की तरह रहते हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं, मगर ठिकाना उनका वहीं होता है, जहां तेजस्वी रहते हैं। शुरुआती दिनों में संजय यादव और तेजस्वी यादव साथ में बैठकर देश के नामचीन नेताओं के भाषण सुनते थे। इनमें अटल बिहारी वाजपेयी, जॉर्ज फर्नांडीस, कांशी राम, मायावती, चंद्रशेखर, वीपी सिंह के अलावा लालू यादव भी शामिल थे। उस समय तेजस्वी यादव ज्यादातर वक्त दिल्ली में लालू यादव के तुगलक रोड स्थित आवास पर वक्त बिताया करते थे। बड़े नेताओं की भाषणों की बारीकियां संजय यादव नोट करते थे और तेजस्वी की ग्रूमिंग करते थे।

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