भोपाल ,
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपने इंस्पेक्टर राहुल राज को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. मध्य प्रदेश स्थित एक नर्सिंग कॉलेज के चेयरमैन से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में एजेंसी ने यह कार्रवाई की है. सीबीआई ने अपने पुलिस उपाधीक्षक (DSP) आशीष प्रसाद को भी मुख्यालय अटैच कर दिया है. मामले की एफआईआर में प्रसाद का नाम शामिल था. जबकि सीबीआई के साथ अटैच मध्य प्रदेश पुलिस के अधिकारी सुशील कुमार मजोका और ऋषि कांत असाठे को जल्द ही राज्य पुलिस में वापस भेज दिया जाएगा.
एक CBI अधिकारी ने बताया कि राहुल राज को बीते रविवार के दिन मलय कॉलेज ऑफ नर्सिंग के अध्यक्ष अनिल भास्करन और उनकी पत्नी सुमा अनिल से 10 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था. दंपती को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.
सीबीआई ने मध्य प्रदेश में रिश्वत के बदले में नर्सिंग कॉलेजों की अनुकूल निरीक्षण रिपोर्ट देने के आरोप में राहुल राज सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. कार्रवाई तब शुरू की गई जब सीबीआई की आंतरिक सतर्कता इकाई को इनपुट मिला कि उसके अधिकारी मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर गठित टीमों में हो रहे कथित भ्रष्टाचार में शामिल थे.
हाईकोर्ट के आदेश यह सुनिश्चित करने के लिए राज्य-व्यापी निरीक्षण करने के थे कि क्या नर्सिंग कॉलेज निर्धारित मानदंडों का पालन कर रहे हैं और बुनियादी सुविधाओं और संकाय के मामले में मानकों पर खरे हैं.
एजेंसी ने यहां एक बयान में कहा कि जांच करने के लिए हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में सीबीआई ने सात कोर टीमों और तीन से चार सहायता टीमों का गठन किया था, जिसमें एजेंसी के अधिकारी, राज्य में नर्सिंग कॉलेजों की तरफ से नामित लोग और पटवारी शामिल थे.
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाले की सीबीआई जांच से पता चला है कि उसके अधिकारी निरीक्षण के बाद अनुकूल रिपोर्ट देने के लिए हर संस्थान से 2 से 10 लाख रुपये ले रहे थे.