लखनऊ
लोकसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं। इंडिया गठबंधन के दल एक ओर जहां जश्न मना रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर एनडीए की सहयोगी दल समीक्षा बैठक कर रहे हैं। इसी बीच आरएसएस के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने बिना नाम लिए बीजेपी पर जोरदार हमला बोल दिया है। साथ ही इंडिया गठबंधन को भी आड़े हाथों लिया है। इंद्रेश कुमार ने सत्तारूढ़ बीजेपी को अहंकारी और इंडिया गठबंधन को राम विरोधी बताया है। वहीं आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर राजनीति भी गरमा गई है। सपा ने बीजेपी को अहंकारी और घमंडी बताने वाले इंद्रेश कुमार के बयान का समर्थन किया है।
सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि बीजेपी सरकार में इतना घमंड और अहंकार आ गया था कि अग्निवीर जैसी योजना लेकर आ गए। इसको लेकर कहा कि हम इसको वापस नहीं लेंगे और समीक्षा भी नहीं करेंगे। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में 400 पार का नारा भी दिया था, लेकिन जनता ने बीजेपी के इस अहंकार और घमंड को कम करने का काम किया है। इतना ही नहीं बीजेपी को बहुमत से दूर करने का भी काम किया है। सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी दो बैखशी के सहारे सरकार चला रही है।
RSS से मेल नहीं खाती विचारधारा
फखरुल हसन चांद ने कहा कि जहां तक इंद्रेश कुमार के बयान का सवाल है, सपा की विचारधारा आरएसएस से भले ही मेल नहीं खाती है, भले ही हम उनकी विचारधारा से सहमत न रहते हो, लेकिन लोकतंत्र में विचारों की लड़ाई है। अगर इंद्रेश कुमार इस बात को कह रहे है कि बीजेपी में अहंकार और घमंड आ गया था तो वो बात बिल्कुल सही है कि भारतीय जनता पार्टी में अहंकार और घमंड आ गया था। इसी अहंकार और घमंड को जनता ने कम करने का काम किया है।
आरएसएस पर सवाल
आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार के बयान पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि RSS को कौन गंभीरता से लेता है। पीएम नरेंद्र मोदी खुद तो गंभीरता से लेते नहीं, तो हम क्यों लें। उन्होंने कहा कि जब बोलने का समय था, तब बोला होता तो सब गंभीरता से लेते। तब वे (RSS) चुप रहे। सत्ता के मजे उन्होंने भी लिए। हर जिले हर गलियारे में RSS के कार्यालय बन रहे थे।
श्रीराम ने एनडीए को रोका
लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर इंद्रेश कुमार ने कहा कि जिस पार्टी ने राम की भक्ति की, लेकिन उसमें धीरे-धीरे अहंकार आ गया था। उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी घोषित कर दिया, लेकिन जो उसको पूर्ण हक मिलना चाहिए, जो शक्ति मिलनी चाहिए, वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दिया। उन्होंने कहा कि अहंकार करने वालों का परिणाम यह रहा कि उस पार्टी को 241 सीटों पर रोक दिया। जिन्होंने राम का विरोध किया, उन्हें बिल्कुल भी शक्ति नहीं दी। सब मिलकर भी नंबर वन नहीं बने और नंबर दो पर ही रह गए, उन सबको 234 सीट पर रोक दिया। इसलिए प्रभु का न्याय विचित्र नहीं है। सत्य है और बड़ा आनंददायक है।