गया
केंद्र में मोदी सरकार ने मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया है। जब पहले दिन हम के नेता जीतन राम मांझी को केंद्र सरकार की ओर से लिफाफा मिला, तो वे मंत्रालय का नाम पढ़कर काफी दुखी हो गए। उन्होंने अपना माथा पीट लिया। जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने कहा कि ये भाई ई कौन सा विभाग हमको मिला है। ध्यान रहे कि जीतन राम मांझी को को लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम (MSME) मंत्रालय मिला है। 2024-25 के बजट में एमएसएमई मंत्रालय का कुल बजट 22137.95 करोड़ रुपए का है।
मांझी बोले बड़ी बात
मांझी ने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमको भी जब लिफाफा खोलो तो मिला- माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज। माथा ठोक लिए कि कौन विभाग हमको मिला है। उस वक्त सब लोग जाकर प्रधानमंत्री से मिल रहे थे। हम भी जा रहे थे मिलने के लिए ही। हम कहने के लिए जा रहे थे कि कौन विभाग हमको दे दिया है। जैसे ही एक कदम और जाना रह गया। पीएम मोदी ने कहा कि मांझी जी हम अपने कल्पना का विभाग आपको दिया है। मेरा सपना है और उसे पूरा करने के लिए आपको ये विभाग दिया है।
अंबेडकर पर बोले मांझी
मांझी ने आगे अंबेडकर के सिद्धांतों पर बोलते हुए कहा कि अंबेडकर साहब की मूर्ति आप लगवाए हैं। पंच तीर्थ आप बनवाए हैं। आपने लंदन में उनके अध्ययन वाले जगह को खरीद कर स्मृति के रूप में डेवलप किया है। आपने बहुत अच्छा काम किया है। लेकिन उनकी कही हुई बात को लागू क्यों नहीं किया जा रहा है। उनकी कही हुई बात थी कि कॉमन स्कूलिंग सिस्टम वाली बात होनी चाहिए। राष्ट्रपति का बेटा हो या सफाई कर्मी की संतान, सबको शिक्षा एक समान। आज है, नहीं है। कोई नहीं इस मुद्दे को उठाया है।
दिल की बात बोल गए मांझी
मांझी ने आगे कहा कि यदि मैं संसद में रहता तो डंके की चोट पर इस बात को उठाते। नहीं तो कहते कि अंबेडकर का नाम लेना बंद कीजिए। आज हम कहेंगे, नहीं कहेंगे। ध्यान रहे कि जीतन राम मांझी पहली बार सांसद बने हैं। उन्होंने गया से जीत दर्ज की है। वे एनडीए में अपनी पार्टी के इकलौते प्रतिनिधि हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री में विश्वास जताया और साथ मिलकर चुनाव लड़ा। मंत्री बनने के बाद बिहार पहुंचे मांझी का जगह-जगह स्वागत हो रहा है। ऐसे ही एक कार्यक्रम में मांझी ने अपने दिल की बात कही।