हाथरस
उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ के हादसे से पूरा प्रदेश स्तब्ध है। सत्संग में मची भगदड़ में 134 लोगों की मौत हो गई हैं। मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। यह हादसा भोले बाबा के सत्संग में तब हुआ जब उनके प्रवचन कार्यक्रम का समापन चल रहा था। बताया जा रहा है कि आयोजकों ने जितनी भीड़ आने की बात प्रशासन को बताई थी, उससे ज्यादा लोग यहां पहुंच गए थे। समापन कार्यक्रम में भीड़ से कई लोगों को घुटन हुई, जिसके बाद मची भगदड़ में सैकड़ों लोग बेहोश हो गए। 50 से ज्यादा लोगों की जान जाने की बात कही जा रही है। हालांकि, इसकी पुष्टी नहीं की गई है।
कौन हैं भोले बाबा
जिन भोले बाबा के सत्संग में यह हादसा हुआ, वह पहले पुलिस विभाग में थे। नौकरी छोड़कर उन्होंने प्रवचन करना शुरू कर दिया था। एटा जिले के पटियाली गांव के रहने वाले हैं और साकार विश्व हरि के नाम से जाने जाते हैं। बताया जाता है कि वह पुलिस के गुप्तचर विभाग में नौकरी करते थे। बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और भक्तों की सेवा का काम शुरू किया था। वह अपनी पत्नी के साथ सत्संग का कार्यक्रम करते हैं और पटियाली वाले साकार विश्व हरि बाबा के नाम से जाने जाते हैं। उनके सत्संग में हजारों की संख्या में लोग आते हैं।
बताया जा रहा है कि कोरोना के समय भी भोले बाबा का सत्संग कार्यक्रम विवादों में आया था। तब उन्होंने अपने सत्संग के लिए सिर्फ 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति मांगी थी लेकिन बाद में 50 हजार से ज्यादा लोग उनके सत्संग में आए। भारी भीड़ के चलते प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई थी। इस बार भी कहा जा रहा है कि कार्यक्रम के लिए जितने लोगों के शामिल होने की बात प्रशासन को बताई गई थी, उससे ज्यादा लोग जुट गए थे।