नई दिल्ली
बिहार के डिप्टी सीएम और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने अपने संकल्प के तहत करीब 22 महीने के लंबे समय के बाद पगड़ी उतार दी। वे बुधवार को अयोध्या में सरयू नदी पहुंचे और पगड़ी समेत स्नान कर सभी को प्रणाम किया और फिर उसको खोल दी। बाद में उन्होंने यह पगड़ी राम लला को समर्पित कर दिया। वे हनुमान गढ़ी जाकर भगवान हनुमान जी का दर्शन भी किये। स्नान से पहले उन्होंने मुंडन भी कराया।
सुबह अयोध्या पहुंचने पर उन्होंने मीडिया से बात की और कहा कि इसे भगवान राम को समर्पण करना था। सरयू स्नान के बाद इसे उनके चरणों में समर्पित करूंगा। मीडिया से बात करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा, “मैंने 28 जून को ही पटना में घोषणा कर दी थी कि अयोध्या जाकर प्रभु श्री राम के चरणों में पगड़ी को समर्पित करूंगा।”
उन्होंने कहा, “हमारी प्रतिबद्धता नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटाने की थी। मेरा संकल्प पिछली 28 जनवरी को पूरा हो गया, क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों के समूह इंडिया से अलग होकर हमारे (एनडीए) साथ आ गए और हमारे मुख्यमंत्री बन गए इसलिए मैंने अपनी पगड़ी खोल दी है।’’
सम्राट चौधरी का पगड़ी को लेकर यह था प्रण
सम्राट चौधरी ने 2022 में उस समय के राजनीतिक हालात की वजह से यह प्रण लिया था कि जब तक नीतीश कुमार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से हटा नहीं देंगे, तब तक पगड़ी नहीं उतारेंगे। उस वक्त नीतीश कुमार एनडीए को छोड़कर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन कर लिये थे। इस साल की शुरुआत यानी 2024 में नीतीश कुमार विपक्षी इंडी गठबंधन से अलग हो गए और फिर से एनडीए के आ गए। एनडीए में आने के बाद हालांकि वह फिर से सीएम बन गये, लेकिन सम्राट चौधरी के मुताबिक नीतीश कुमार विपक्षी गठबंधन से अलग हो गये और एनडीए में शामिल होकर फिर से मुख्यमंत्री बने हैं। इसलिए उनका प्रण पूरा हो गया। अयोध्या दौरे पर चौधरी के साथ बिहार के कुछ मंत्री और पार्टी पदाधिकारी भी थे। सरयू नदी में स्नान करने के बाद चौधरी ने हनुमानगढ़ी मंदिर और राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना की।