नई दिल्ली,
‘मैं काम पर गई थी, वहां मुझे पता चला कि मैं जिस बिल्डिंग में रहती थी वो गिर गई… मैं भागी-भागी आई. इतना कहकर वह महिला फफक पड़ी. उन्होंने कहा कि मेरे पति नाइट ड्यूटी करके आए थे और सो रहे थे. अभी तक कुछ पता नहीं चला है. पता नहीं कैसे बिल्डिंग गिर गई.’
रोते-बिलखते ये बातें बताने वाली सूरत में बिल्डिंग हादसे की पीड़िता हैं, जिनका परिवार इस हादसे की चपेट में आ गया है. सूरत महानगर पालिका में शनिवार दोपहर एक पांच मंजिला बिल्डिंग गिर गई. इस हादसे में कई लोगों के दबे होने की खबरें हैं, जिनका रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
पीड़िता ने बताया कि, ‘मेरा आदमी (पति) इसमें था. वह मशीन चलाते थे, रात में ड्यूटी होती है. नाइट ड्यूटी करके आए थे और सो रहे थे. मैं ड्यूटी गई थी. अभी एक घंटे पहले पता चला कि जिस बिल्डिंग में मैं रहती हूं वो गिर गई है. मैं कंपनी से भाग कर आई.उन्होंने यह भी बताया कि ‘ये बिल्डिंग पूरी तरह फुल है. ऊपरी माले पर बहुत लोग रहते हैं. पता नहीं कितना लोग दबा है. मैं नीचे के माले पर रहती हूं.’
बिल्डिंग में थे बहुत से किराएदार
इस बिल्डिंग में रहने वाले ज्यादातर परिवार किराए पर रहते थे और पेशेवर श्रमिक थे. कितने परिवार इसके अंदर दबे हुए हैं, अभी इसकी आधिकारिक जानकारी नहीं सामने आई है. सूरत फायर विभाग की टीम, पुलिस और एनडीआरएफ की टीम इस राहत और बचाव कार्रवाई में जुटी हुई है. सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत, सूरत महानगरपालिका के मेयर दक्षेश मावानी, डिप्टी मेयर नरेंद्र पाटिल, भाजपा विधायक संदीप देसाई सहित विपक्ष के नेता पायल साकरिया भी मौके पर पहुंचीं.
पांच मंजिला इमारत में थे 30 फ्लैट
राहत और बचाव की कार्रवाई लगातार जारी है, लेकिन आधिकारिक रूप से इस मलबे में कितने लोग फंसे हैं इसकी पुष्टि नहीं हुई है. बिल्डिंग के मलबे से एक महिला को सुरक्षित बाहर निकाला गया है और अभी इस मलबे में कितने लोग फंसे हैं ऐसा कहना अभी मुश्किल है. 30 फ्लैट की पांच मंजिला बिल्डिंग में कई परिवार किराएदार थे.