हाथरस,
नारायण साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ की घटना का जायजा लेकर न्यायिक जांच आयोग की टीम हाथरस से निकल आई है. आयोग के चेयरमैन ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव और आईपीएस भावेश कुमार ने घटना को लेकर कई लोगों से पूछताछ की है.आयोग के चेयरमैन ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि कुछ लोगों को बहुत जल्द नोटिस जारी करेंगे और हम बहुत जल्द आएंगे भी. हम हर आदमी से पूछताछ करेंगे, जो इससे संबंधित है. जिसे हम ठीक समझेंगे, उसको बुलाएंगे. स्पॉट पर जो नोट करना था, वो किया. जब हम नोटिस जारी करेंगे तो सारे ऑफिसर्स का रिकॉर्ड करेंगे. पब्लिक के लोगों व प्रेस के लोगों से हमें मदद मिलेगी.
आईपीएस भावेश कुमार ने कहा कि जहां तक मदद की बात है, बात करेंगे. नारायण साकार उर्फ भोले बाबा से पूछताछ के सवाल पर भावेश कुमार ने कहा कि किसी व्यक्ति विशेष के बारे में बात नहीं कर रहे, आयोग को जिस किसी से आवश्यकता होगी, बयान लिए जाएंगे. नारायण साकार को क्या नोटिस जारी हो सकता है? इस सवाल के जवाब में चेयरमैन ने कहा कि ये हमें तय करने दीजिए.
बता दें कि हाथरस में 2 जुलाई को हुई भगदड़ की जांच कर रही उत्तर प्रदेश सरकार की न्यायिक आयोग की टीम ने हाथरस में स्थानीय लोगों के अलावा अधिकारियों और घटना के गवाहों से बातचीत की है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय टीम में पूर्व आईएएस अधिकारी हेमंत राव और पूर्व आईपीएस अधिकारी भावेश कुमार शामिल हैं.
यह टीम शनिवार को हाथरस पहुंची और नेशनल हाइवे 91 के किनारे फुलराई गांव के पास घटनास्थल का दौरा किया. रविवार सुबह टीम ने अलीगढ़ रोड के किनारे पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में डेरा डाला और जांच जारी रखी. आयोग के चेयरमैन ने शनिवार को घटनास्थल का जायजा लेने के बाद कहा कि हमें दो महीने के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट दाखिल करनी है. इस दौरान हाथरस के डीएम आशीष कुमार और पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल भी टीम के साथ थे.
बता दें कि घटना के बाद अब तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर समेत नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. हाथरस पुलिस ने कहा कि राजनीतिक दल द्वारा सत्संग सभा के लिए की गई फंडिंग की भी जांच कर रहे हैं. इसमें अगर कुछ संदिग्ध पाया जाता है, सख्त कार्रवाई की जाएगी.