ढाका:
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हसीना के खिलाफ बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) में शिकायत दर्ज कराई गई है। इस शिकायत में हसीना और उनके मंत्रिमंडल के पूर्व सदस्यों सहित 26 अन्य के खिलाफ कथित नरसंहार और मानवता के विरूद्ध अपराध का आरोप लगाया गया है। बड़ी बात यह है कि शेख हसीना ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के दौरान किए गए अत्याचारों की जांच के लिए 2010 में इस अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (ICT) की स्थापना की थी।
हसीना के खिलाफ 3 जांच जारी
न्यायाधिकरण के जांचकर्ता अताउर रहमान के अनुसार, अब ICT ने उनके खिलाफ “सामूहिक हत्या” की तीन जांच शुरू की हैं। यह जांच उस हिंसा के जवाब में की जा रही है, जिसके कारण 5 अगस्त को हसीना को देश छोड़कर भागना पड़ा था। हसीना के 15 साल के निरंकुश शासन के खिलाफ छात्रों के नेतृत्व में एक महीने तक विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिसके परिणामस्वरूप 450 से अधिक लोग मारे गए थे। इनमें से कई पुलिस कार्रवाई के कारण मारे गए थे।
किसने दर्ज कराया मामला
सरकारी समाचार एजेंसी बीएसएस के अनुसार, हाल में भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के दौरान मारे गए शहरयार हसन अल्वी के पिता मोहम्मद अबुल हसन ने आईसीटी की जांच एजेंसी में हसीना सहित उनके 27 सहकर्मियों तथा 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दायर की है। शिकायत में अन्य प्रमुख आरोपी एवं पूर्व मंत्री उबैद उल कादिर, राशिद खान मेनन, हसन उल हक इनु और पूर्व पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) अब्दुल्ला अल मामून के नाम शामिल हैं। वादी ने अपनी शिकायत के साथ विभिन्न समाचार पत्रों की कतरन और अन्य दस्तावेज दाखिल किये हैं।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने क्या कहा
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा है कि वह हसीना के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के खिलाफ छात्रों के हालिया आंदोलन के दौरान हत्याओं में शामिल लोगों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में मुकदमा चलाएगी। हसीना के अपदस्थ होने के बाद देशभर में भड़की हिंसा की घटनाओं में बांग्लादेश में 230 से अधिक लोग मारे गए। इसके साथ ही, सरकारी नौकरियों में विवादास्पद कोटा प्रणाली के खिलाफ छात्रों द्वारा जुलाई के मध्य में शुरू किए गए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 600 से अधिक हो गई है।
पिछले हफ्ते भी दर्ज हुई थी एक शिकायत
पिछले हफ्ते, हसीना और आठ अन्य के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण की जांच एजेंसी में एक अलग शिकायत दायर की गई थी, जिसमें उन पर छात्रों के बड़े पैमाने पर आंदोलन के दौरान नरसंहार और मानवता के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया गया था। न्यायाधिकरण ने बुधवार को मामले में पूर्व प्रधानमंत्री और अन्य के खिलाफ जांच शुरू की।