प्रयागराज
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाकुंभ नगर में आकाशवाणी के एफएम रेडियो चैनल का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की। योगी ने यूपी के मुख्यमंत्री के रूप में देश और दुनिया से आने वाले संत और श्रद्धालुओं की सेवा के अवसर को अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि एक साल पहले अयोध्या में 500 सालों का इंतजार खत्म करके रामलला का विराजमान होना और 144 सालों बाद इस तरह के मुहूर्त में महाकुंभ का होना, ये ईश्वर की कृपा है।
एक मीडिया चैनल के कार्यक्रम में योगी ने वक्फ बोर्ड को भूमाफिया बोर्ड करार दे दिया। उन्होंने कहा कि किसी भूमाफिया को यहां की जमीन पर कब्जा नहीं करने देंगे। महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश को लेकर भी योगी ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सनातन पर उंगली उठाने वाले लोग यहां न आए तभी अच्छा रहेगा। जो अपने आपको भारतीय मानता है और सनातना परंपरा के प्रति श्रद्धा का भाव रखता है वे जरूर आएं। बहुत साल पहले बहुत सारे लोगों ने इस्लाम अपना लिया था, उनकी कुछ पीढि़यां आज भी सनातन में विश्वास रखती हैं।
‘कलुषित मानसिकता वाले यहां न आएं’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये उन लोगों के चेतावनी है जो सनातन परंपरा की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम करते हैं। महाकुंभ में कोई भी आ सकता है। ये ऐसा स्थल है जहां जाति और पंथ की दीवारें समाप्त हो जाती हैं। यहां किसी भी तरह के भेदभाव के लिए जगह नहीं है। महाकुंभ के बारे में तो एक मान्यता है कि यहां वसुधैव कुंटुबकम देखने को मिलता है। लेकिन अगर कोई बुरी मानसिकता के साथ यहां आएगा तो उसे खुद को भी अच्छा नहीं लगेगा और उसे जीवन भर यह स्मरणीय रहेगा।
मौलाना बरेलवी ने दिया था ये बयान
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बयान जारी कर कहा था कि महाकुंभ मेले की जमीन वक्फ बोर्ड की है। महाकुंभ नगर की लगभग 54 बीघा जमीन वक्फ बोर्ड की है। मुसलमानों ने बड़ा दिल दिखाते हुए कोई आपत्ति नहीं की है। कुंभ मेले की सारे इंतजाम उसी वक्फ की जमीन पर हो रहे हैं। दूसरी तरफ, अखाड़ा परिषद के लोग महाकुंभ में मुसलमानों की एंट्री पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।