नई दिल्ली
आईफोन बनाने वाली अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी ऐपल को चीन ने तगड़ा झटका दिया है। चीन में ऐपल अब सबसे ज्यादा स्मार्टफोन बेचने वाली कंपनी नहीं रह गई है। वीवो और हुआवे ने उसे पछाड़ दिया है। पिछले तीन हफ्ते में कंपनी के मार्केट कैप में 510 अरब डॉलर की गिरावट आई है और इसके साथ ही दुनिया की सबसे वैल्यूबल कंपनी का तमगा भी उससे छिन गया है। एआई चिप बनाने वाली कंपनी एनवीडिया अब दुनिया की सबसे वैल्यूएबल ट्रेन बन गई है। एनवीडिया के शेयरों में बुधवार को 4.43% तेजी आई और इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 3.601 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंच गया।
दूसरी ओर ऐपल के शेयरों में बुधवार को 0.53% की मामूली तेजी रही और उसका मार्केट कैप 3.365 ट्रिलियन डॉलर रह गया है। 26 दिसंबर से कंपनी के शेयरों में 14 फीसदी गिरावट आई है। चीन में कंपनी का शिपमेंट पिछले साल 17 फीसदी गिर गया जो 2016 के बाद कंपनी की सालाना सेल में सबसे बड़ी गिरावट है। अभी दुनिया की तीन कंपनियों का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है। इनमें एनवीडिया और ऐपल के अलावा माइक्रोसॉफ्ट (3.317 ट्रिलियन डॉलर) शामिल है। माना जा रहा है कि जल्दी ही दुनिया को पहली 4 ट्रिलियन डॉलर वाली कंपनी मिल सकती है। इसी साल ऐसा हो सकता है।
$5 ट्रिलियन की रेस
जानकारों का कहना है कि 5 ट्रिलियन डॉलर की रेस में ऐमजॉन सबसे आगे है। इस दशक के अंत तक कंपनी इस मुकाम पर पहुंच सकता है। अभी इसका मार्केट कैप 2.471 ट्रिलियन डॉलर है। इसकी वजह यह है कि कंपनी एआई और क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जमकर खर्च कर रही है। साथ ही उसका ई-कॉमर्स और एडवरटाइजिंग बिजनस अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। इससे कंपनी को रेकॉर्ड फ्री कैश फ्लो मिल सकता है। अगर ऐसा हुआ तो कंपनी 5 ट्रिलियन डॉलर का मुकाम पाने वाली दुनिया की पहली कंपनी बन सकती है।