नई दिल्ली
दिल्ली के चुनावी रण में आम आदमी पार्टी की हार और बीजेपी की जीत पर कांग्रेस के दिग्गज नेता राशिद अल्वी ने चौंकाने वाला कमेंट किया है। उन्होंने दो टूक कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में भारतीय जनता पार्टी हमारी वजह से जीती है। ये चुनाव परिणाम दिल्ली में मुस्लिम समुदाय के लिए चिंता का विषय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा होता, तो बीजेपी जीत नहीं पाती। अगर हमें बीजेपी को हराना है तो हमें इंडिया गठबंधन के सभी दलों का सम्मान करना होगा। साथ ही गठबंधन को मजबूत करना होगा और एकजुट होकर चुनाव लड़ना होगा।
दिल्ली में जो कुछ हुआ वो मुसलमानों के लिए चिंता की बात- राशिद अल्वी
दिल्ली चुनाव नतीजों पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि ‘अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव साथ मिलकर लड़ा होता तो भारतीय जनता पार्टी जीत नहीं पाती। कांग्रेस हाईकमान को तय करना है कि हमें अपने सहयोगियों के साथ जाना है या अकेले चुनाव लड़ना है। दिल्ली में जो कुछ हुआ है, वह दिल्ली के मुसलमानों के लिए चिंता की बात है। दिल्ली के इस चुनाव ने उन्हें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बीजेपी हमारी (कांग्रेस) वजह से चुनाव जीती है। अगर हमें बीजेपी को हराना है तो हमें INDIA गठबंधन में शामिल सभी दलों का सम्मान करना होगा और गठबंधन को मजबूत करना होगा।’
दिल्ली में 27 साल बाद सत्ता में आई बीजेपी
राष्ट्रीय राजधानी में करीब 27 साल बाद बीजेपी सत्ता में आई है। कांग्रेस का प्रदर्शन एक बार फिर निराशाजनक रहा। पार्टी एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। 8 फरवरी को आए चुनाव नतीजों में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है। आम आदमी पार्टी को 22 सीट आई है। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका।
10 साल में 13 फीसदी गिरा AAP का वोट शेयर
वोट पर्सेंट की बात करें तो बीते 10 सालों में दिल्ली में BJP का वोट शेयर लगभग 13 फीसदी बढ़ा है। AAP का वोट शेयर इसी अवधि में लगभग 10 फीसदी घटा है। इस बार दोनों पार्टियों में वोटों के पर्सेंट में महज दो फीसदी का ही अंतर रहा। AAP का वोट शेयर 2020 के चुनाव के 53.57 फीसदी से घटकर इस बार 43.57 फीसदी रह गया।
बीजेपी के वोट शेयर में इजाफा
2015 के विधानसभा चुनाव में AAP को 54.5 फीसदी वोट मिले थे। 2020 और 2015 में पार्टी ने क्रमशः 67 और 62 सीटें जीतकर भारी बहुमत हासिल किया था। बीजेपी को 45.56 फीसदी वोट शेयर मिला और पार्टी ने 48 सीटें जीतीं। 2020 में बीजेपी का वोट शेयर 38.51 फीसदी और 2015 के चुनाव में 32.3 फीसदी था।
दिल्ली में कांग्रेस का फिर रहा हाथ खाली
1998 से 2013 तक 15 साल दिल्ली की सत्ता में रही कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली। उसे इस बार 6.34 फीसदी वोट शेयर मिला। कांग्रेस के लिए एकमात्र राहत की बात यह रही कि पिछली बार के मुकाबले उसके वोट शेयर में 2.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।