H-1B वीजा के लिए लंबा होगा इंतजार, अमेरिकी सरकार ने रिन्यू कराने के लिए बदले नियम

जिन भारतीयों को पहले बिना वीजा इंटरव्यू दिए आसानी से अमेरिका का वीजा मिल जाता था, उनके लिए बुरी खबर है। अमेरिका ने ‘वीजा इंटरव्यू वेवर’ यानी वीजा इंटरव्यू में छूट के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया बदल दिया है। ‘वीजा इंटरव्यू वेवर’ को ‘ड्रॉपबॉक्स’ सुविधा के तौर पर भी जाना जाता है, जिसके लिए अब नियम सख्त कर दिए गए हैं। नए नियम अभी से लागू हो गए हैं और इसका असर H-1B और B1/B2 वीजा होल्डर्स समेत कई लोगों पर पड़ने वाला है।

अब सिर्फ उन लोगों को ड्रॉपबॉक्स का इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा, जिनका वीजा पिछले 12 महीने में एक्सपायर हुआ है और वो उसी कैटेगरी में वीजा रिन्यू करवा रहे हैं। पहले ये सीमा 48 महीने थी। नए नियमों का सबसे ज्यादा असर भारतीय H-1B वीजा होल्डर्स पर पड़ेगा। इसके अलावा अमेरिका में घूमने या बिजनेस के सिलसिले से जाने वाले B1/B2 वीजा होल्डर्स भी नए नियमों से प्रभावित होने वाले हैं। कोविड के समय इन लोगों को नियमों में ढील का काफी फायदा मिला था।

नियम नहीं मानने वाले लौटाए जा रहे
हालांकि, अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन द नेशनल लॉ रिव्यू के मुताबिक, वीजा एप्लीकेशन सेंटर (VAC) नए नियम लागू करने लगे हैं और जो लोग इन नियमों पर खरे नहीं उतर रहे हैं, उन्हें वापस भेज दिया जा रहा है। अमेरिका में पहले ही डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से कई तरह के नियम बदले गए हैं। वीजा इंटरव्यू वेवर के नियमों में बदलाव ट्रंप सरकार द्वारा किया गया सबसे नया परिवर्तन है, जिससे भारतीय प्रभावित हो रहे हैं।

किस तरह का बदलाव देखने को मिला है?
पहले जिन लोगों का वीजा पिछले 48 महीनों में खत्म हुआ था, वे ड्रॉपबॉक्स प्रक्रिया के जरिए अपना वीजा रिन्यू करवा सकते थे। 2022 में लागू की गई यह नीति अमेरिकी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों में लंबे इंतजार के समय को कम करने के लिए थी। कोविड महामारी से पहले वाले 12 महीने के नियम पर वापस लौटने का मतलब है कि अब केवल वही लोग बिना इंटरव्यू के आवेदन कर सकते हैं, जिनका पिछला वीजा पिछले एक साल के भीतर खत्म हुआ है।

किन बातों का रखना होगा ख्याल?
वहीं, अब आवेदकों को ड्रॉपबाक्स अप्वाइंटमेंट लेने से पहले एलिजिबिलिटी क्राइटीरिया चेक कर लेना चाहिए। जिनका वीजा 12 महीने से ज्यादा पहले खत्म हो गया है, उन्हें इंटरव्यू के लिए अप्वाइंटमेंट लेना होगा। इंटरव्यू स्लॉट की ज्यादा मांग को देखते हुए, आवेदकों को लंबे प्रोसेसिंग समय के लिए भी तैयार रहना चाहिए। H-1B वीजा होल्डर्स यात्रा में किसी भी तरह की रुकावट से बचने के लिए एक्सटेंशन के लिए प्रीमियम प्रोसेसिंग का विकल्प चुन सकते हैं।

About bheldn

Check Also

केंद्रीय कर्मचारियों के लिए गुड न्यूज, बेसिक सैलरी का 50% मिलेगी पेंशन! 1 अप्रैल से लागू होंगे नियम

नई दिल्ली केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। पेंशन कोष नियामक और …