कोई नया टैक्स नहीं… एमपी बजट में सबसे अधिक किस विभाग को मिला फंड? लाडली बहना पर सबसे अधिक खर्च

भोपाल:

वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने एमपी विधानसभा में बजट पेश किया है। यह बजट 4 लाख 21 हजार 032 करोड़ रुपए का बजट वित्त मंत्री ने पेश किया है। यह बजट पिछले साल की तुलना में 15 फीसदी से अधिक है। सरकार ने इस बार कोई नया टैक्स नहीं लगाया है। साथ ही कोई कर भी नहीं बढ़ाया है। ऐसे में न तो राहत मिली और न ही बोझ बढ़ा है। आइए आपको बताते हैं कि किस विभाग को कितना फंड बजट में अलॉट किया गया है। साथ ही सरकार 2025-26 में सबसे अधिक किय योजना पर खर्च करेगी।

चहुंमुखी विकास पर है जोर
वहीं, इस बजट में सरकार ने चहुंमुखी विकास पर जोर दिया है। महिला, किसान, युवाओं और गरीबों के कल्याण पर जोर दिया गया है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए योजनाओं का पैकेज लाया जाएगा, जिसके तले उन्हें लाभ मिलेगा।

किस विभाग को कितना फंड

विभाग का नाम बजट में फंड आवंटित
किसान कल्याण एवं कृषि विभाग 32,308 करोड़ रुपए
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग 1506 करोड़ रुपए
पशुपालन एवं डेयरी 2481 करोड़ रुपए
सहकारिता विभाग 2038 करोड़ रुपए
उद्यानिकी एवं खाद्य विभाग 542 करोड़ रुपए
मछुआ कल्याण एवं मतस्य विभाग 332 करोड़ रुपए
महिला एवं बाल विकास विभाग 26,798 करोड़ रुपए
लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण विभाग 22234 करोड़ रुपए
आयुष विभाग 1117 करोड़ रुपए
भोपाल गैस त्रासदी विभाग 185 करोड़ रुपए
स्कूल शिक्षा विभाग 36582 करोड़ रुपए
उच्च शिक्षा विभाग 4345 करोड़ रुपए
तकनीकी शिक्षा एवं कौशल 2739 करोड़ रुपए
खेल एवं युवा कल्याण 663 करोड़ रुपए
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी 498 करोड़ रुपए
जनजातीय कार्य विभाग 14481 करोड़ रुपए
सामाजिक न्याय 4654 करोड़ रुपए
अनुसूचित जाति कल्याण विभाग 2529 करोड़ रुपए
पिछड़ा वर्ग और अल्प संख्यक कल्याण विभाग 1724 करोड़ रुपए
घुमन्त एवं अर्ध घुमन्त विभाग 60 करोड़ रुपए
लोक स्वास्थ्य यान्त्रिकी विभाग 20003 करोड़ रुपए
उर्जा विभाग 18526 करोड़ रुपए
लोक निर्माण विभाग 13643 करोड़ रुपए
जल संसाधन विभाग 9196 करोड़ रुपए
नर्मदा घाटी विकास निगम 8687 करोड़ रुपए
नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा विभाग 481 करोड़ रुपए
नगरीय एवं विकास विभाग 18744 करोड़ रुपए
ग्रामीण विकास विभाग 19050 करोड़ रुपए
पंचायत विभाग 13279 करोड़ रुपए
संस्कृति विभाग 1099 करोड़ रुपए
पर्यटन विभाग 390 करोड़ रुपए
धार्मिक न्यास 122 करोड़ रुपए
आनंद विभाग 15 करोड़ रुपए
औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग 2892 करोड़ रुपए
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग विभाग 1786 करोड़ रुपए
कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग 158 करोड़ रुपए
गृह विभाग 12877 करोड़ रुपए
राजस्व विभाग 10956 करोड़ रुपए
वन विभाग 5326 करोड़ रुपए
विधि एवं विधायी कार्य विभाग 3714 करोड़ रुपए
सामान्य प्रशासन विभाग 1183 करोड़ रुपए
श्रम विभाग 1108 करोड़ रुपए
जेल विभाग 795 करोड़ रुपए
संसदीय कार्य विभाग 158 करोड़ रुपए
वाणिज्यक कर विभाग 3039 करोड़ रुपए
खनिज साधन विभाग 2427 करोड़ रुपए
योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग 998 करोड़ रुपए
जन संपर्क विभाग 876 करोड़ रुपए
विमानन विभाग 470 करोड़ रुपए
परिवहन विभाग 241 करोड़ रुपए
लोक सेवा प्रबंधन विभाग 94 करोड़ रुपए
पर्यावरण विभाग 39 करोड़ रुपए
लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग 58 करोड़ रुपए
प्रवासी भारतीय विभाग 20 करोड़ रुपए

सबसे अधिक किस योजना पर हो होगी खर्च

  • मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के अंतर्गत ₹ 18,669 करोड़ का प्रावधान
  • जल जीवन मिशन (जे जे एम) नेशनल रूरल ड्रिंकिंग वाटर मिशन के अंतर्गत ₹ 17,136 करोड़ का प्रावधान
  • अटल कृषि ज्योति योजना के अंतर्गत ₹ 13,909 करोड़ का प्रावधान
  • स्थानीय निकायों को मूलभूत सेवाओं हेतु एक मुश्त अनुदान (राज्य करों में हिस्सा) (राज्य वित्त आयोग) के अंतर्गत ₹7,624 करोड़ का प्रावधान
  • अटल गृह ज्योति योजना के अंतर्गत ₹7,132 करोड़ का प्रावधान
  • समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत ₹5,500 करोड़ का प्रावधान
  • म.प्र.वि.म. द्वारा 5 एच.पी. के कृषि पम्पों/श्रेशरों तथा एक बत्ती कनेक्शन को निःशुल्क
  • विद्युत प्रदाय हेतु प्रतिपूर्ति के अंतर्गत ₹5,299 करोड़ का प्रावधान
  • मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के अंतर्गत ₹5,220 करोड़ का प्रावधान
  • सी. एम. राइज़ के अंतर्गत ₹4,686 करोड़ का प्रावधान
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन यू एच एम/एन आर एच एम) के अंतर्गत ₹4,418 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत ₹4,400 करोड़ का प्रावधान
  • 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा के अनुसार स्थानीय निकायों को अनुदान के अंतर्गत ₹4,366 करोड़ का प्रावधान
  • राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत ₹4,050 करोड़ का प्रावधान
  • आंगनवाड़ी सेवाएं (सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0) के अंतर्गत ₹3,729 करोड़ का प्रावधान
  • रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आर.डी.एस.एस.) के अंतर्गत ₹2,894 करोड़ का प्रावधान
  • सामाजिक सुरक्षा और कल्याण के अंतर्गत ₹2,388 करोड़ का प्रावधान
  • सिंहस्थ-2028 के अंतर्गत ₹2,005 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत ₹2,001 करोड़ का प्रावधान
  • निवेश प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत ₹2,000 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत ₹ 1,550 करोड़ का प्रावधान
  • म.प्र. सड़क विकास निगम (एन.डी.बी.) के अंतर्गत ₹ 1,450 करोड़ का प्रावधान
  • टैरिफ अनुदान के अंतर्गत ₹1,296 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के अंतर्गत ₹1,277 करोड़ का प्रावधान
  • एम.एस.एम.ई. प्रोत्साहन व्यवसाय निवेश संवर्धन/सुविधा प्रदाय योजना के अंतर्गत ₹1,250 करोड़ का प्रावधान
  • लाडली लक्ष्मी योजना के अंतर्गत ₹1,183 करोड़ का प्रावधान
  • न्यूनतम आवश्यकता कार्यक्रम विशेष पोषण आहार योजना के अंतर्गत ₹1,166 करोड़ का प्रावधान
  • इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन के अंतर्गत ₹1,152 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री सड़क योजनान्तर्गत निर्मित सड़कों का नवीनीकरण एवं उन्नयन के अंतर्गत ₹1,150 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री जनमन योजना (आवास) के अंतर्गत ₹1,100 करोड़ का प्रावधान
  • 11वीं, 12वीं एवं महाविद्यालय छात्रवृत्ति (2.50 लाख से अधिक आय वर्ग हेतु) के अंतर्गत ₹1,100 करोड़ का प्रावधान
  • अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एण्ड अर्बन ट्रान्सफॉरमेशन (अमृत 2.0) के अंतर्गत ₹1,071 करोड़ का प्रावधान
  • मुख्यमंत्री कृषक फसल उपार्जन सहायता योजना के अंतर्गत ₹1,000 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री आवास योजना (अर्बन) 2.0 बी एल सी के अंतर्गत ₹1,000 करोड़ का प्रावधान
  • समर्थन मूल्य पर किसानों से फसल उपार्जन पर बोनस का भुगतान के अंतर्गत ₹1,000 करोड़ का प्रावधान
  • प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण के अंतर्गत ₹960 करोड़ का प्रावधान
  • मेट्रो रेल के अंतर्गत ₹850 करोड़ का प्रावधान
  • मुख्यमंत्री कृषक उन्नति योजना के अंतर्गत ₹850 करोड़ का प्रावधान
  • मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा प्रसूति सहायता के अंतर्गत ₹720 करोड़ का प्रावधान
  • मुख्यमंत्री जनकल्याण (संबल) योजना के अंतर्गत ₹700 करोड़ का प्रावधान
  • निर्मल भारत अभियान के अंतर्गत ₹594 करोड़ का प्रावधान
  • गौ संर्वधन एवं पशुओं का संवर्धन के अंतर्गत ₹505 करोड़ का प्रावधान
  • वेदान्त पीठ की स्थापना के अंतर्गत ₹500 करोड़ का प्रावधान

गौरतलब है कि इस बजट में हर सेक्टर के लिए कुछ न कुछ प्रावधान किया गया है। सरकार ने कोई नई घोषणाएं नहीं की है।

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