मध्यप्रदेश का मौसम इन दिनों तेजी से बदल रहा है। इसका कारण है चार सिस्टम – दो चक्रवाती घेरे (साइक्लोनिक सर्कुलेशन), एक पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) और एक टर्फ लाइन। इनकी वजह से पूरे प्रदेश में तेज हवाएं, बारिश और ओले गिरने का सिलसिला जारी है।
आज भी ओले और आंधी का अलर्ट
गुरुवार को भी खराब मौसम बना रहेगा। खासकर इंदौर संभाग के 6 जिलों – खंडवा, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर और झाबुआ में ओले गिरने की संभावना है।
इसके अलावा इंदौर, जबलपुर और बाकी 20 जिलों में तेज आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। जिन जिलों में अलर्ट है, उनमें श्योपुर, मुरैना, भिंड, नीमच, मंदसौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, शहडोल, सिंगरौली आदि शामिल हैं।
तापमान में गिरावट, इंदौर पचमढ़ी से भी ठंडा
बुधवार को भी कई जिलों में बारिश और आंधी हुई, जिससे दिन के तापमान में कमी आई।
इंदौर में तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पचमढ़ी से भी कम था। पचमढ़ी का तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
प्रदेश के किसी भी शहर में तापमान 40 डिग्री पार नहीं हुआ। सबसे गर्म जगह नरसिंहपुर रही, जहां 39.6 डिग्री रहा।
अन्य प्रमुख तापमान:
- भोपाल: 31.4°C
- ग्वालियर: 37°C
- जबलपुर: 36.8°C
- उज्जैन: 29°C
मौसम वैज्ञानिक की चेतावनी
मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इन चार सिस्टम की वजह से मौसम में यह बदलाव आ रहा है। यह स्थिति 11 मई तक बनी रह सकती है। कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और आंधी-तूफान की संभावना बनी हुई है।