नई दिल्ली,
झारखंड के पलामू में दो दिन पहले पुलिस एनकाउंटर में मारे गए कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को लेकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई ने एक भड़काऊ पोस्ट किया है. अनमोल खुद कई मामलों में वांटेड है, उसने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अमन साहू उसका ‘भाई’ था और उसके लिए वे लड़ाई जारी रखेंगे.
सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट में अनमोल बिश्नोई ने लिखा है कि दो दिन पहले अमन साहू का पुलिस एनकाउंटर हुआ, ये हमारा भाई था और हम अपने भाई अमन साहू की लड़ाई लड़ेंगे. यह जो हुआ बहुत गलत हुआ है, जल्द सबका हिसाब होगा. पोस्ट के अंत में ‘जय बलकारी’ और ‘लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप’ लिखकर अनमोल ने खुलेआम अपने इरादों को जाहिर किया है. अनमोल मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के अलावा अभिनेता सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग के मामले में भी वांटेड है.
एनकाउंटर में मारा गया था अमन साहू
बता दें कि झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बीते दिनों एनकाउंटर में ढेर कर दिया. पुलिस के मुताबिक, अमन साहू ने एसटीएस जवान से इंसास राइफल छीनकर भागने की कोशिश की थी. इस दौरान उसने जवान पर गोली चलाई. हमले में जवान घायल हो गया. फायरिंग के बाद एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर को ढेर कर दिया. जख्मी हवलदार का नाम राकेश कुमार है. उन्हें मेदिनीनगर के MMCH में भर्ती कराया गया.
गैंगस्टर अमन साहू छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की जेल में था, जहां से उसे झारखंड की राजधानी रांची ले जाया जा रहा था. इस बीच पलामू के चैनपुर के पास उसने भागने की कोशिश की और पुलिस ने एनकाउंटर में मारा गया. पलामू की एसपी रेशमा रमेशन ने एनकाउंटर की पुष्टि की थी.
नक्सली भी रह चुका था अमन साहू
अमन साहू रांची के छोटे से गांव मतबे का रहने वाला था. उस पर झारखंड में रंगदारी, हत्या, एक्सटॉर्शन सहित 100 से ज्यादा मामले दर्ज थे. वह एक समय हार्डकोर नक्सली भी रह चुका था और करीब 2013 में उसने अपना गैंग बनाया था. कोरबा में हुए गोलीकांड के बाद रायपुर पुलिस ने उसके 4 गैंग सदस्यों को गिरफ्तार किया था. हाल ही में रायपुर के शंकर नगर इलाके में एक व्यापारिक साझेदार के घर के बाहर फायरिंग की घटना के बाद से रायपुर पुलिस उसे पकड़कर पूछताछ कर रही थी.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग से था अमन का संबंध
अमन साहू का नाम कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जोड़ा जाता था. सूत्रों के मुताबिक, अमन लॉरेंस को गुर्गे सप्लाई करता था और बदले में उसे हाईटेक हथियार मिलते थे. रायपुर के तेलीबांधा इलाके में बिल्डर के कार्यालय पर 13 जुलाई को हुई फायरिंग के मामले में भी अमन के गैंग का नाम सामने आया था.