ढाका:
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पूर्वी पड़ोसी बांग्लादेश के भीतर बड़ी सैन्य तैयारी चल रही है। बांग्लादेश की राष्ट्रीय सुरक्षा खुफिया (NSI) के वरिष्ठ अधिकारियो की तीन सदस्यीय टीम ब्रिटेन के लिए गई है। ये टीम ब्रिटिश खुफिया अधिकारियों से मुलाकात करेगी। इस बीच मंगलवार को बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार उज जमान ने जनरल ऑफिसर कमांडिंग और स्वतंत्र ब्रिगेड के प्रमुखों समेत कई फॉर्मेशन कमांडरों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
म्यांमार में सैन्य अभियान की तैयारी
नॉर्थ ईस्ट न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बांग्लादेश की सेना के शीर्ष अधिकारियों ने रखाइन राज्य में सित्तवे, क्यौकफ्यू और मनौंग समेत तीन प्रमुख टाउनशिप में तैनात म्यांमार सैन्य जुंटा बलों के खिलाफ अराकान सेना के सैन्य अभियान के लिए रसद और आपूर्ति सहायता प्रदान करने के लिए दीर्घकालिक अभियान में अपनी भागीदारी के लिए तैयारी शुरू कर दी है। अमेरिका की योजना वाले इस अभियान का उद्येश्य म्यांमार के एक हिस्से को काटकर अलग देश बनाना है।
म्यांमार में शुरू हो गई सप्लाई
बांग्लादेश के सुरक्षा सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड्स सेक्टर कमांडर को अराकान सेना को आपूर्ति प्रदान करने के लिए मुख्य समन्वयक के रूप में काम सौंपा गया है। सूत्रों ने कहा कि असलियत में प्रारंभिक आपूर्ति पहले ही बांग्लादेश म्यांमार-सीमा पार सीलबंद कंटेनरों में जानी शुरू हो चुकी है। बीजीबी के सैनिकों को इन कंटेनरों को जांच से मना किया गया है।
खुफिया चीफ ब्रिटेन में
बांग्लादेश एनएसआई के जो तीन अधिकारी ब्रिटेन गए हैं, उनमें एनएसआई प्रमुख मेजर जनरल अबू मोहम्मद सरवर फरीद, एजेंसी के निदेशक मुहम्मद अजहरुल इस्लाम और उप निदेशक आसिफ इकबार हैं। ये तीनों 28 अप्रैल को अमीरात की फ्लाइट से दुबई के रास्ते लंदन गए। ब्रिटिश खुफिया अधिकारियों के साथ होने वाली इस बैठक को बेहद ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। फरीद के साथ गए दो अधिकारियों में से एक ने पहले ब्रिटिश बाहरी खुफिया एजेंसी MI6 के साथ प्रशिक्षण लिया था।