इस्लामाबाद
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत और नरेंद्र मोदी सरकार पर तल्ख बयानबाजी की है। बिलावल ने कहा कि पहलगाम हमले में झूठे आरोप लगाकर भारत ने पाकिस्तान का पानी रोकने की बात कही है लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। बिलावल ने भारत को युद्ध की धमकी देते हुए कहा कि अगर उनके पास पाकिस्तान के खिलाफ सबूत है तो पेश करें, नहीं तो इल्जाम लगाना बंद कर दें। अगर भारत एकतरफा तरीके से सिंधु समझौता तोड़ने पर आगे बढ़ेगा तो फिर नदी में खून बहा दिया जाएगा।
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल ने गुरुवार को सिंध प्रांत के मीरपुर खास में एक जनसभा में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की। बिलावल ने ‘गुजरात का कसाई नरेंद्र मोदी’ कहते हुए भारतीय पीएम को संबोधित किया। बिलावल ने कहा कि वे सिंधु नदी को गुजरात के कसाई के हाथों किसी कीमत पर नहीं मरने देंगे।’
‘सिंधु का पानी रुका तो जंग होगी’
बिलावल भुट्टो जरदारी ने जनसभा में कहा, ‘हमने साफ किया है कि पाकिस्तान का कोई रोल पहलगाम में नहीं हैं। अगर आपको पता है कि पहलगाम के पीछे कौन हैं तो सबूत दें। वो लोग पाकिस्तान में हैं तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे लेकिन अगर आप पहलगाम का नाम लेकर सिंधु का पानी रोकोगे तो आपको जवाब के लिए तैयार रहना होगा। पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता है लेकिन किसी भी आक्रमण के खिलाफ मजबूती से लड़ेगा। हम नरेंद्र मोदी को सिंधु नदी पर हमला नहीं करने देंगे।’
कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने जो फैसले लिए हैं, उनमें दशकों पुराने सिंधु जल समझौते को रद्द करना भी शामिल है। इसके बाद से इस मुद्दे पर पाकिस्तान की ओर से लगातार आक्रामक बयान आ रहे हैं। पाकिस्तान के नेता और मंत्री ये कह रहे हैं कि भारत के सिंधु जल समझौता तोड़ने को वह युद्ध के ऐलान की तरह देखेंगे।
क्या है सिंधु समझौता
सिंधु जल समझौता भारत और पाकिस्तान के बीच उन नदियों के पानी का बंटवारा करता है, जो दोनों देशों में बहती हैं। इस संधि में सिंधु, झेलम और चिनाब का पानी पाकिस्तान को देना तय किया गया है। वहीं रावी, ब्यास और सतलुज के पानी पर भारत का हक है। सिंधु समझौता कई युद्ध होने के बावजूद भारत और पाकिस्तान में लगातार चलता रहा है। पहलगाम के बाद भारत ने इस संधि से बाहर आने की बात कही है।