हरिद्वार |
बीएचईएल हरिद्वार के रक्षा एवं एयरोस्पेस विभाग ने एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए अपनी 50वीं सुपर रैपिड गन माउंट (एसआरजीएम) नेवल गन का निर्माण सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है। बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक रंजन कुमार ने इस नेवल गन को हरी झंडी दिखाकर मुंबई के लिए रवाना किया। यह नेवल गन भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस महेंद्रगिरि पर स्थापित की जाएगी। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रंजन कुमार ने कहा कि यह एसआरजीएम नेवल गन देश की समुद्री सुरक्षा को सशक्त करने में निर्णायक भूमिका निभाएगी।
उन्होंने इसे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि इस नेवल गन का निर्माण और आपूर्ति बीएचईएल के प्रत्येक कर्मी के लिए गर्व का विषय है। महाप्रबंधक (डीएबीजी) राजीव चौरसिया ने जानकारी देते हुए बताया कि यह नेवल गन 35 किलोमीटर के दायरे में हवा, पानी एवं समुद्र में विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है।
इसके अलावा यह लक्ष्य की स्थिति के अनुसार विभिन्न प्रकार के गोला-बारूद के चयन की उन्नत क्षमता से भी सुसज्जित है। उल्लेखनीय है कि बीएचईएल पिछले तीन दशकों से भारतीय नौसेना के लिए एसआरजीएम नेवल गन का निर्माण कर रहा है और अब तक कुल 49 नेवल गन की आपूर्ति कर चुका है। 50वीं नेवल गन का डिस्पैच बीएचईएल की तकनीकी दक्षता और रक्षा क्षेत्र में उसके योगदान को रेखांकित करता है।
