16.9 C
London
Monday, September 15, 2025
Homeराष्ट्रीयपाकिस्तान पर भारत ने दागी थीं 15 ब्रह्मोस मिसाइल, 13 में से...

पाकिस्तान पर भारत ने दागी थीं 15 ब्रह्मोस मिसाइल, 13 में से 11 एयरबेस को बनाया निशाना

Published on

नई दिल्ली,

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव में एक अहम अपडेट सामने आया है. 9-10 मई 2025 की रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की वायुसेना (PAF) के 13 में से 11 प्रमुख एयरबेस को निशाना बनाते हुए एक सटीक और व्यापक सैन्य अभियान को अंजाम दिया था. इस कार्रवाई में लगभग 15 ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जिससे पाकिस्तान के हवाई ढांचे और वायु रक्षा प्रणाली को भारी नुकसान हुआ.

पाकिस्तानी हमले के जवाब में भारत का कड़ा एक्शन
इससे पहले, 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने भारत के उत्तरी और पश्चिमी इलाकों में स्थित सैन्य ठिकानों जैसे अवंतिपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज पर ड्रोन और मिसाइल हमलों का प्रयास किया था. हालांकि भारत की Integrated Counter-UAS Grid और वायु रक्षा प्रणालियों ने समय रहते इन हमलों को नाकाम कर दिया.

ब्रह्मोस और स्काल्प मिसाइलों का हुआ इस्तेमाल
इसके बाद 8 मई की सुबह से ही भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के विभिन्न स्थानों पर स्थित वायु रक्षा रडार और मिसाइल प्रणालियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. लाहौर में स्थित एक प्रमुख एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह निष्क्रिय कर दिया गया.

9-10 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान पर निर्णायक हमला किया. ब्रह्मोस और स्काल्प जैसी एडवांस्ड मिसाइलों को वेस्टर्न और साउथ वेस्टर्न एयर कमांड के एयरबेस से छोड़ा गया. इस हमले ने पाकिस्तान की HQ-9 मिसाइल प्रणाली, जो चीन से प्राप्त की गई थी, को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया. पाकिस्तान के सिंध स्थित एक प्रमुख एयरबेस पर हमला कर UAVs और एक एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग एंड सर्विलांस एयरक्राफ्ट (AEW&C) को नष्ट कर दिया गया.

पायलटलेस टारगेट एयरक्राफ्ट और हारोप ड्रोन की भूमिका
भारतीय वायुसेना ने पहले पायलटलेस टारगेट एयरक्राफ्ट का उपयोग कर पाकिस्तानी रडार और डिफेंस सिस्टम को एक्टिव कराया. इसके बाद इजरायल निर्मित ‘हारोप’ कामिकाजे ड्रोन से हमला कर वायु रक्षा प्रणाली को अपंग कर दिया गया. हमले के बाद पाकिस्तान वायुसेना को अपने विमानों को पीछे के एयरबेस पर स्थानांतरित करना पड़ा. रणनीतिक दृष्टि से यह हमला इतना असरदार था कि पाकिस्तानी हवाई हमलों की क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई.

इस पूरे ऑपरेशन का नेतृत्व भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) ने मिलकर किया. ब्रह्मोस मिसाइल का चयन खुद NSA ने रणनीतिक संदेश देने के लिए किया था.

Latest articles

गोविंदपुरा विधानसभा के बरखेड़ा पठानी मे पांच परिवारों के मकान ढहाए

भेल भोपाल।गोविंदपुरा विधानसभा के वार्ड 56 में बीते दिनों हुई भारी बारिश के बीच...

बीएचईएल सेवानिवृत्त सुपरवाइजर को साइबर धोखेबाजों ने लगाया 68 लाख का चूना

भोपाल।वर्षीय सेवानिवृत्त बीएचईएल सुपरवाइजर दो महीने तक चले "डिजिटल गिरफ्तारी" घोटाले का शिकार हो...

बीएचईएल को भारतीय रेलवे को कवच प्रणाली की आपूर्ति के लिए 23 करोड़ रुपये का मिला ऑर्डर

भेल भोपाल।सार्वजनिक क्षेत्र की इंजीनियरिंग कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स को भारतीय रेलवे (दक्षिण पश्चिम...

बीएचईएल में “उद्योग में हरित ऊर्जा का उपयोग” पर प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

भेल भोपाल।बीएचईएल भोपाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से “उद्योग में हरित ऊर्जा के...

More like this

नेपाल की पहली महिला अंतरिम प्रधानमंत्री बनीं सुशीला कार्की

काठमांडू।नेपाल ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए सुशीला कार्की को देश की पहली...

Vaishno Devi latest Update: भूस्खलन के कारण यात्रा 5 सितंबर को भी बंद, जानें कब होगी दोबारा शुरू

Vaishno Devi latest Update: वैष्णो देवी के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है....

पटरियों पर दौड़ेगी हाइड्रोजन फ्यूल वाली ट्रेन, बीएचईएल ने सिंगापुर की कंपनी से किया समझौता

नई दिल्ली।आने वाले समय में भारत की पटरियों पर हाइड्रोजन फ्यूल वाली ट्रेनें दौड़ती...