न रात न दिन कभी नही सोता है यह शहर, न कभी थकते है यहाँ के लोग,जानिए ऐसे शहर के बारे दुनिया में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जहां ज़िंदगी की रफ्तार कभी धीमी नहीं पड़ती! दिन हो या रात, वहां हमेशा चहल-पहल बनी रहती है और लोग अपनी-अपनी धुन में लगे रहते हैं, मानो थकना तो उन्होंने सीखा ही न हो। भारत में भी एक ऐसा शहर है जिसे ‘कभी न सोने वाली नगरी’ कहा जाता है!
तमिलनाडु का ‘ऊर्जावान’ शहर: मदुरै!
जी हां, हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु के ऐतिहासिक शहर मदुरै की! इस शहर को ‘थूंगा नगरम’ भी कहा जाता है, जिसका मतलब होता है ‘कभी न सोने वाला शहर’। इसकी वजह ये है कि मदुरै में दिन और रात दोनों ही समय लोगों की गतिविधियां जारी रहती हैं। यहां आपको 24 घंटे दुकानें खुली मिल जाएंगी, खाने-पीने के स्टॉल्स पर हमेशा भीड़ रहेगी और मंदिरों में भक्तों का आना-जाना लगा रहेगा।
क्यों नहीं थमती यहां ज़िंदगी की रफ्तार?
मदुरै एक बहुत ही पुराना और महत्वपूर्ण शहर है। ये तमिलनाडु का एक बड़ा व्यापारिक और राजनीतिक केंद्र भी है। यहां कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें मीनाक्षी अम्मान मंदिर सबसे प्रमुख है। इन मंदिरों में सुबह से लेकर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इसके अलावा, मदुरै एक बड़ा व्यावसायिक केंद्र भी है, जहां कपड़ा, मसाले और दूसरे सामानों का कारोबार पूरे दिन चलता रहता है। यहां के लोग बहुत मेहनती माने जाते हैं और अपनी संस्कृति और परंपराओं से गहराई से जुड़े हुए हैं। शायद यही वजह है कि इस शहर की ऊर्जा कभी कम नहीं होती!
‘दक्षिण का मथुरा’ और ‘मंदिरों का शहर’!
मदुरै को ‘दक्षिण का मथुरा’ भी कहा जाता है और ये मंदिरों के शहर के तौर पर भी जाना जाता है। यहां की शुद्ध तमिल भाषा और समृद्ध संस्कृति इसे एक अलग पहचान देती है। इस शहर का इतिहास लगभग 2500 साल पुराना है और इसने कई राजवंशों का शासन देखा है।
तो यारों, मदुरै वाकई में एक ऐसी जगह है जहां ज़िंदगी कभी नहीं रुकती! दिन हो या रात, यहां हमेशा कुछ न कुछ चलता रहता है और यहां के लोग अपनी मेहनत और जीवंतता से इस शहर को हमेशा जगाए रखते हैं!